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Anant Singh Bail: पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह पटना के बेऊर जेल से रिहा, समर्थकों ने किया स्वागत

Anant Singh Bail

Anant Singh Bail: पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह रविवार को पटना की बेऊर जेल से बाहर निकल गये हैं। गृह विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद अनंत सिंह को जेल से 15 दिनों की पैरोल मिली है। वह सुबह लगभग 4:00 बजे जेल से बाहर निकले।

बिहार के मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह की शुक्रवार की सुबह जेल से रिहाई हो गई. अनंत सिंह की रिहाई के बाद उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है और पटना के बेऊर जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया. बाहुबली अनंत सिंह(Anant Singh Bail) की बेऊर जेल से सुबह पांच बजे की रिहाई की खबर सुनकर रात से ही उनके समर्थको की भीड़ पटना के बेऊर जेल के बाहर एकत्र होने लगी थी. इस दौरान उनके दोनों बेटों के साथ बड़ी संख्या में सैकड़ों समर्थक अनंत सिंह के स्वागत में जेल के बाहर खड़े रहे.

Anant Singh Bail

जेल के बाहर जुटे समर्थकों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद वह कार में बैठकर रवाना हो गए। अनंत सिंह को राज्य सरकार ने पुश्तैनी जमीन के बंटवारे के लिए पैरोल दिया है। अनंत सिंह कई सालों से जेल में बंद हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, उन पर एके-47 रखने का आरोप है। इसके लिए कोर्ट ने उन्हें दस साल की सजा सुनाई थी। वह पटना की बेऊर जेल में सजा काट रहे हैं। उन्हें 15 दिन की पैरोल मिल है और रविवार सुबह वह जेल से बाहर आए।

हालांकि इसी मामले में निचली अदालत द्वारा अनंत सिंह 10 साल की सजा भी सुनाई थी. इसके बाद से वे बेऊर जेल में कैद थे. साथ ही उनकी विधायकी भी चली गई थी. लोकसभा चुनाव से पूर्व हालांकि कुछ दिन के पैरोल पर जेल से बाहर निकले थे. जेल से निकलने के बाद अनंत सिंह समर्थकों के साथ अपने गांव लदमा के लिए रवाना हो गए. अनंत सिंह की रिहाई के बाद प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है. विपक्ष इसे लेकर सवाल भी उठा रहा है. सिंह की पहचान एक बाहुबली नेता के रूप में रही है. माना जाता है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ये फिर चुनावी मैदान में उतरेंगे.

कभी नीतीश के बेहद करीबी रहे अनंत सिंह

कभी नीतीश कुमार के बेहद खास रहे अनंत सिंह बाद में राजनीतिक कारणों से सीएम से दूर होते चले गए. एक बार उन्होंने नीतीश कुमार का चांदी के सिक्कों से तौल कर सम्मान किया था. 2015 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अनंत सिंह बागी हो गए थे. उन्होंने मोकामा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और जेल में रहते हुए जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार को हरा दिया था. एक समय अनंत की तल्खी भरी टिप्पणियां खूब सुर्खियों में रहीं थीं. अनंत और नीतीश के बीच रिश्ते भी उतार-चढ़ाव भरे वाले देखने को मिलते रहे हैं.

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