CHINA के राष्ट्रपति Xi Jinping तीन दिन के दौरे पर बुधवार देर रात Saudi अरब की राजधानी RIYAAD पहुंचे। यहां उन्हें रेड कार्पेट वेलकम मिला। दोनों देशों के बीच अलग-अलग सेक्टर में कुल मिलाकर 30 अरब डॉलर के समझौते होंगे।JINPING का प्लेन जैसे ही SAUDI अरब के एयरस्पेस में पहुंचा तो SAUDI रॉयल एयरफोर्स के चार फाइटर जेट्स ने उसे एस्कॉर्ट किया। इसके साथ ही आसमान में ग्रीन स्मोक भी नजर आया।चीन लंबे वक्त से गल्फ कंट्रीज में पैर पसारने की कोशिश कर रहा है। इस क्षेत्र में अब तक अमेरिकी दबदबा रहा है। यही वजह है कि बाइडेन सरकार इस दौरे से परेशान नजर आ रही है। अमेरिका और सऊदी के बीच लंबे वक्त से अलग-अलग मुद्दों पर मतभेद रहे हैं।
विस्तार
आधिकारिक यात्रा के दौरान चीन के राष्ट्रपति Xi Jinping ने गुरुवार को SAUDIअरब के बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने यूक्रेन पर युद्ध के चलते रूस पर लगे कड़े प्रतिबंधों के बीच ऊर्जा की निर्बाध आपूर्ति और पारस्परिक हितों के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की
2020 की शुरुआत के बाद से जिनपिंग की यह तीसरी विदेश यात्रा है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब चीन के राष्ट्रपति को अक्टूबर में देश के नेता के रूप में रिकॉर्ड तीसरी बार पांच साल का कार्यकाल दिया गया है। JINPING बीते बुधवार को तीन दिवसीय SAUDI अरब यात्रा पर पहुंचे हैं। बीजिंग कोविड-19 की सख्त पाबंदियों के कारण सुस्त पड़ी अपनी अर्थव्यवस्था में फिर से तेजी लाने की कवायद में जुटा हुआ है और अरब देश चीन की ऊर्जा आपूर्ति के लिहाज से बेहद अहम हैं।
सऊदी-अमेरिका रिश्तों में तल्खी के बीच यात्रा
जिनपिंग की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब सऊदी अरब और अमेरिका के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति Xi Jinping के चीन-अरब देश शिखर सम्मेलन और गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल में शिरकत करने की संभावना है। इसमें SAUDI अरब के अलावा बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात शामिल होंगे।
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इस मुलाकात पर अमेरिका ने की टिप्पणी
जासूसी चिंताओं को लेकर अमेरिका ने पहले ही अपने अरब सहयोगियों को हुआवेई के साथ काम करने के बारे में चेताया है। इस यात्रा परAMERICA की भी पैनी नजर है। व्हाइट हाउस ने कहा कि शी की यात्रा अमेरिका की मध्य पूर्व को प्रभावित करने की कोशिश का उदाहरण है।
दोनों देशों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए
एक अन्य वीडियो में शी को बाद में 86 वर्षीय शाह सलमान से बात करते और उनके साथ दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते दिखाया गया है। सऊदी अधिकारियों ने बाद में कहा कि दोनों देशों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए इनमें क्लाउड-कंप्यूटिंग, डाटा केंद्रों और अन्य उच्च-तकनीकी उपक्रमों पर चीनी प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई के साथ समझौता शामिल है।
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AMERICA की CHINA, SAUDI अरब से तनातनी
शी जिनपिंग का सऊदी अरब दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिका का चीन और सऊदी अरब के साथ तनाव चरम पर है. सा माना जा रहा है कि जिनपिंग अमेरिका के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए सऊदी अरब जा रहे हैं. वह वहां अमेरिका के खिलाफ जीसीसी सदस्य देशों का समर्थन जुटाने की पुरजोर कोशिश करेंगे.तेल के उत्पादन को लेकर अमेरिका और सऊदी अरब के बीच कहासुनी से सभी वाकिफ हैं. इस साल अक्टूबर में ओपेक प्लस देशों ने वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में स्थिरता लाने के लिए प्रतिदिन की दर से तेल के उत्पादन में 20 लाख बैरल की कटौत की थी. अमेरिका के विरोध के बावजूद यह फैसला लिया गया था.