कोरोना वायरस को लेकर देश में चल रहे 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन अब समाप्त होने की कगार पर है लेकिन कोरोना के बड़ते मामलों को लेकर देश के सभी राज्यों की सरकारें इसको बढ़ाने की मांग कर रहीं हैं। ओडिसा और पंजाब में लॉकडाउन की तरीख 30 अप्रैल तक बड़ा दी गई है। प्रधानमंत्री ने भी इसका फैसला सभी राज्य की सरकारों पर छो़ड़ा है।
मध्यप्रदेश की बात करें तो लॉकडाउन को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन को लेकर 12 अप्रैल रविवार शाम को एम वीडियो कान्फैंस मीटिंग रखी जिसमें उन्होनें लॉकडाउन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बाते सामने रखी। उन्होनें कहा कि हम लॉकडाउन के खत्म करने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है। वह 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोलने का समर्थन बिल्कुल नहीं करते हैं, लेकिन अगर लॉकडाउन की समय सीमा बड़ाई जाती है तो दैनिक आवश्यकता की चीजों में अवश्य छूट दी जाएगी।
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सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की चपैट में 22 जिले आ चुके हैं इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, हमें इस महामारी से मिलकर लड़ना होगा तथा कुछ कठौर कदम उठाने होगें। हर एक इंसान की जान बचाना महत्वपूर्ण है।
किसानों की बात करते हुए सी एम शिवराज सिंह ने अपने विचार रखे और कहा कि वह एक विशेष तारीख को फसल बैचने आ सकते है उसकी जानकारी वह व्यवस्था अनुसार लोगों तक पहुंचा देगें। उस दिन पर किसान अपनी फसल बैचने आ सकते हैं।
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मध्यप्रदेश में कोरोना मामलों की बात करें तो अब 572 केस कोरोना संक्रमित मामलें सामने आ चुके हैं। जिनमें से 36 लोग अपनी जान गवा चकें हैं। देश में अब तक कोरोना संक्रमित की बात करें तो अब तक कोरोना पीडि़तो की संख्या 9000 पार कर चुकी है वहीं 308 लोग अब तक इस महामारी के कारण मारे जा चुके हैं।