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देश के गौरव पद्मभूषण राजन मिश्र तक को न मिल सका वेंटीलेटर, टूट गई पूरी दुनिया में मशहूर शास्त्रीय गायक भाइयों जोड़ी

शास्त्रीय गायन के लिए पूरे विश्व में विख्यात राजन-साजन मिश्र की जोड़ी कोरोना ने तोड़ दी। देश के गौरव पद्मभूषण पंडित राजन मिश्र कुछ दिनों से संक्रमित थे। जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ती जा रही थी। उनके परिजनों द्वारा तमाम प्रयास किए गए हालांकि उन्हें अस्पताल में वेंटीलेटर नहीं मिल सका। उनकी बिगड़ती तबियत को देख कुछ लोगों ने ट्विटर पर उनके लिए अस्पताल में एक बेड और ऑक्सीजन के लिए सहायता मांगी।

जिसके बाद आईएएस अधिकारी संजीव गुप्ता ने प्रयास कर दिल्ली के सेंट स्टीफंस हॉस्पिटल में उन्हें एडमिट करवा दिया, लेकिन मशहूर शास्त्रीय गायक को यहां वेंटीलेटर की सुविधा न मिल सकी। जिसके बाद उनकी तबियत लगातार बिगड़ती गई और रविवार शाम 6.30 बजे उनका निधन हो गया। देश की संस्कृति को दुनिया के कई मंचों से परिचित करवाने वाले राजन मिश्र को बचाने के लिए न तो दिल्ली सरकार ने कोई पहल की और न ही केंद्र सरकार ने।

उनके निधन के बाद सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि यदि देश के गौरव को ही समय पर सही इलाज नहीं मिल पा रहा है, तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी? इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

हृदय संबंधी कुछ समस्याएं भी थीं पंडित मिश्र को :
जीवन के 70 बसंत देख चुके पंडित राजन मिश्र को हृदय संबंधी कुछ समस्याएं भी थीं। जिसके कारण संक्रमित होने के बाद से ही उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा था। वहीं दिल्ली में इस समय महामारी विकराल रूप ले चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी में औसतन 20 हजार से अधिक संक्रमित रोजाना सामने आ रहे हैं, जिसके कारण दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमराई हुई हैं। दिल्ली के सीएम मुख्यमंत्री इसका जिक्र भी कई बार कर चुके हैं। ऐसे में पंडित राजन मिश्र को समय पर अच्छा इलाज उपलब्ध करवाना केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेदारी थी।

पंडित जी ने कहा था आपदा के लिए इंसान जिम्मेदार : 
पंडित राजन और साजन मिश्र हमेशा ही एक साथ कला का प्रदर्शन करते थे। दोनों भाइयों की भारत सहित पूरी दुनिया में कई चाहने वाले हैं। पंडित राजन और साजन मिश्र ने कुछ वर्षों पहले प्राकृतिक आपदाओं को लेकर कहा था कि किसी भी प्राकृतिक आपदा के लिए प्रकृति नहीं बल्कि मनुष्य ही जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा था कि हर इंसान को अपनी मानसिकता बदलनी ही होगी और प्रकृति का साथ देना होगा। वहीं दोनों भाइयों का मानना था कि का मानना था कि जैसे मनुष्य का शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है। उसी तरह संगीत के सात सुर ‘सारेगामापाधानी’ पशु-पक्षियों की आवाज से मिलकर बने हैं।

प्रधानमंत्री और स्वर कोकिला लता जी ने जताया शोक :
उनके निधन पर शास्त्रीय गायन से जुड़े लोगों में शोक की लहर दौड़ गई है। पंडित मिश्र के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वर कोकिला लता मंगेशकर सहित कई लोगों ने शोक जताया है। कोरोना महामारी ने इस बार पूरे देश में कोहराम मचाया हुआ है। महामारी ने हाल ही में नदीम-श्रवण की जोड़ी को भी तोड़ दिया है। संगीतकार श्रवण राठौड़ का निधन भी हाल ही में कोरोना संक्रमण के कारण हो गया था। उनका पूरा परिवार अब भी कोरोना संक्रमण से लड़ रहा है। भोपाल में मशहूर साहित्यकार पद्मश्री मंजूर एहतेशाम का निधन भी कोरोना संक्रमण के कारण हो गया था।

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