अपने बेबाक अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले पुनीत ने देश में हुई कई घटनाओं पर अपनी राय रखी। साथ ही युवाओं को हेल्दी रहने के लिए जमकर वर्जिश करने की सलाह भी दी। आइए जानते हैं कि दुर्योधन 63 साल की उम्र में भी खुद को कैसे फिट रखते हैं।
रोजाना 4 घंटे की कसरत और 10 किमी की दौड़ :
बढ़ती उम्र तो केवल एक नंबर है। यदि खुद को 50 की उम्र में बूढ़ा समझने लगेंगे तो 60 साल से पहले ही बूढ़े हो जाएंगे। मैं आज भी खुद को 24 साल का ही समझता हूं। इसके लिए रोजाना 10 किमी दौड़ता हूं और 3 से 4 घंटे कड़ी एक्सरसाइज करता हूं। बॉडी के साथ-साथ मानसिक रूप से फिट होना भी जरूरी है। इसके लिए रोजाना योग और प्राणायाम भी करता हूं। शरीर के साथ मन का भी स्वस्थ रहना जरूरी है।
लोगों को इस बात को मन से निकाल देना चाहिए कि जवानी में खूब कसरत की। इस कारण बुढ़ापे में भी शरीर स्वस्थ रहेगा। शरीर के सभी वर्किंग सिस्टम को फिट रखने के लिए हमेशा कसरत करते रहना चाहिए।
एक्सरसाइज से मेटाबालिज्म रहेगा परफेक्ट :
पुनीत की मानें तो जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वजन भी तेजी से बढ़ता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ आदमी का मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है, जिसके कारण भोजन को पचाने में शरीर को ज्यादा समय लगता है। शरीर में जमा कैलोरी खर्च नहीं हो पाती हैं। जिससे शरीर में फैट बढ़ता है। इस कारण वजन बढ़ने लगता है। जिसके कारण बीमारियां बढ़ने की संभावना हो जाती है।
40 से 45 साल के उम्र के व्यक्ति के शरीर को एक्सरसाइज की उतनी ही आवश्यकता होती है। जितनी 18 से 20 साल की उम्र के किसी युवा के शरीर को हाेती है, इसलिए बढ़ती उम्र के साथ एक्सरसाइज भी नियमित होनी चाहिए। एक्सरसाइज से मेटाबॉलिज्म परफेक्ट रहेगा, जिससे शरीर फिट रहेगा।
परफेक्ट डाइट से मिलेगा परफेक्ट शेप :
दुनिया में भारतीय खाने से बेहतर कुछ भी नहीं है। हेल्दी रहना चाहते हैं, तो घर का बना खाना खाएं। इससे ज्यादा संतुलित आहार आपको कहीं भी नहीं मिलेगा। पुनीत बताते हैं कि वे फिट रहने के लिए कीटो डाइट फॉलो करता हूं। मेरी डाइट में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। दही, पनीर, चने और गेहूं का आटा विशेष रूप से प्रयोग करता हूं। कभी-कभार नॉनवेज भी खा लेता हूं।
युवाओं को भी इसी तरह की डाइट को भोजन में शामिल करना चाहिए। कोशिश करें भोजन में ज्यादातर वेजिटेरियन डाइट ही शामिल हो। बॉडी बनाने के लिए किसी भी तरह के स्टयरॉइड का उपयोग कभी भी न करें। अगर हेल्थ सप्लीमेंट लेना चाहते हैं, तो किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही लें।
साधुओं की हत्या पर देश चुप क्यों…?
देश में जब कोई छोटी से छोटी भी घटना होती है, तो बवाल मच जाता है। लोग कैंडल मार्च निकालते हैं। सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज कराते हैं, लेकिन पालघर की घटना के बाद न तो कैंडल मार्च निकाला गया और न ही किसी ने ट्वीट कर इसकी निंदा की। पूरा देश साधुओं की हत्या पर मौन रहा क्यों..?
View this post on Instagram
इसी पालघर की घटना को लेकर मेरा बेटा एक फिल्म बना रहा है, जिसमें मैं भी काम कर रहा हूं। हमारे देश के संत मोक्ष प्राप्ति के लिए काम करते हैं। पूरे संसार को आलोक बांटते हैं। ऐसे में इसके साथ हुए अत्याचार पर आवाज उठाना चाहिए थी। इसलिए मैं और मेरा बेटा इस पर फिल्म बना रहे हैं।
View this post on Instagram
यह भी पढ़ें : एमपी के क्यूट सेलिब्रिटी विवेक आखिर खुद को कैसे रखते हैं इतना फिट