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Delhi Liquor Case: इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना, आज भी नहीं होंगे ईडी के सामने पेश!! 

अरविंद केजरीवाल

Delhi Liquor Case: आम आदमी पार्टी का कहना है की दिल्ली सीएम ईडी की जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन एजेंसी का नोटिस अवैध है। उनका इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है।

दिल्ली शराब केस में किये गए घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज ईडी दफ्तर नहीं जाएंगे, सीएम ने अपनी ओर ईडी को पत्र लिखकर जवाब दिया है। आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली सीएम ईडी की जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन एजेंसी का नोटिस अवैध (illegal notice) है। उनका इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है। जिससे वे उन्हें चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं। 

ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला केस में 3 जनवरी यानि आज अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस जारी किया था। इससे पहले दो नोटिस पर भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ईडी ने 21 दिसंबर 2023 को भी  केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन तब सीएम विपश्यना के लिए चले गए थे। 

क्या कहा अरविंद केजरीवाल के वकील ने नोटिस  पर?

तब अरविंद केजरीवाल ने अपने वकीलों द्वारा ये कहा था कि यह सिर्फ 2024 में लोकसभा चुनाव के अंतिम महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए है। नोटिस के समय पर सवाल उठाते हुए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आपके नोटिस का समय मेरी सोच को और मजबूत करता है उन्होंने ये भी कहा कि मुझे भेजे जा रहे नोटिस किसी उद्देश्य या तर्कसंगत मानदंड पर आधारित नहीं हैं बल्कि पूरी तरह से प्रचार के साथ-साथ देश में बहुप्रतीक्षित लोकसभा चुनाव के अंतिम कुछ महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए हैं और मेरे चुनाव प्रचार को रोकने के लिए है। 

केजरीवाल ने कहा कि उन्हें किस हैसियत से बुलाया जा रहा है। उन्होंने इसके बारे में भी अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि मुझे गवाह, संदिग्ध, दिल्ली के सीएम या आम आदमी पार्टी के संयोजक के रूप में बुलाया जा रहा है। यह मेरा प्रथम अधिकार है की मुझे बताये की मुझे किस हैसियत से बुला रहे हैं। 

अक्तूबर में भेजा था पहला नोटिस:

यह पहली बार नहीं है जब अरविंद केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में इस मामले का पहला नोटिस भेजा था। वहीँ इस मामले में नोटिस जारी करके दो नवंबर को अभियाचना किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का कारण देते हुए ईडी के समक्ष पेश होने का समय मांगा था, वहीं दो नवंबर उसके बाद उनके वकीलों ने ईडी के नोटिस को गैर कानूनी करार दे दिया था। तब से वो ईडी के सामने नहीं पेश नहीं हो रहें हैं। 

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