बसों का किराया बढ़ाने पर बीसीएलएल का तर्क है कि पिछले एक साल में डीजल के दाम पिछले एक साल में 17 रुपए तक बढ़ गए हैं। ऐसे में बीसीएलएल को बसों के नियमित संचालन में घाटा उठाना पड़ रहा है।
10 रूटों पर चल रही हैं 72 बसें :
भोपाल में वैसे 23 रूटों पर 250 बसों का संचालन किया जाता है, लेकिन वर्तमान में कोरोना के कारण 10 रूटों पर केवल 72 बसों का संचालन किया जा रहा है। इन्हीं 72 बसों में किराया वृद्धि का मसौदा तैयार कर लिया गया है, जिसे जल्दी ही अमल में लाया जा सकता है।
वर्तमान में गांधी नगर से बैरागढ़ चीचली, अवधपुरी से एमपी नगर, गांधी नगर से मंडीदीप, अवधपुरी से भैंसाखेड़ी, करोंद से बैरागढ़ चीचली और भैंसाखेड़ी से बैरागढ़ चीचली के बीच बसों का संचालन किया जा रहा है।
पूर्व सीएम कमलनाथ का शिवराज सरकार पर तंज :
बसों के बढ़े हुए किराए को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज जी, आपकी सरकार भोपाल में सिटी बसों का किराया 20% बढ़ाने की तैयारी कर रही है। डीजल, पेट्रोल, गैस, खाद्य तेल, बिजली और दूध की कीमतें आप पहले ही बढ़ा चुके हैं। यह लूट बंद करिये, नहीं तो जनता के पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।
दो साल पहले बढ़ाया था किराया :
किराया बढ़ाने को लेकर बीसीएलएल के पीआरओ संजय सोनी ने StackUmbrella को कहा कि पिछले साल किराया नहीं बढ़ाया गया था। अंतिम बार 2019-20 में ही किराया बढ़ाया गया था। इसलिए आरटीओ भोपाल को लगभग 20 प्रतिशत किराया बढ़ाने का मसौदा तैयार कर भेजा गया है। अनुमति मिलते ही किराया बढ़ा दिया जाएगा। एक साल में डीजल के दाम 17 रुपए बढ़ गए हैं। ऐसे में किराया बढ़ाना जरूरी हो गया है।
यह भी पढ़ें : जस्टिस मोहम्मद रफीक ने दिलाई राज्यपाल मंगूभाई पटेल को पद और गोपनीयता की शपथ