टीवी विज्ञापन की बदौलत ये तो हम सभी जानते हैं कि सिगरेट पीने से कैंसर होता है लेकिन कुछ और भी बीमारियों हैं जो स्मोकिग करने से होती हैं, लेकिन इनके बारे में ज्यादा चर्चा नहीं की जाती है, आइए आज उन 5 गंभीर बीमारियों के बारे में जानते हैं जो धूम्रपान करने से हो सकती हैं।
स्मोकिंग से होने वाली 5 गंभीर बीमारियां
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दिल की बीमारी
धूम्रपान आपके शरीर के लगभग हर अंग को नुकसान पहुँचाता है, जिसमें आपका हृदय भी शामिल है। धूम्रपान आपकी धमनियों में रुकावट और संकुचन का कारण बन सकता है, जिसका अर्थ है कि आपके हृदय में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है।
शोध की माने तो जब यू.एस. में सिगरेट की खपत को घटाया गा तो देखा गया कि हृदय रोग के मरीजों की की दर भी घटी।
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स्ट्रोक
क्योंकि धूम्रपान आपकी धमनियों को प्रभावित करता है, यह स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है। स्ट्रोक तब होता है जब आपके मस्तिष्क को ब्लड की आपूर्ति अस्थायी रूप से रूक जाती है। मस्तिष्क की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचती। स्ट्रोक के कारण लकवा हो सकता है, मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में बदलाव हो सकता है और मृत्यु हो सकती है।
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अस्थमा
अस्थमा एक पुरानी फेफड़ों की बीमारी है जो आपके फेफड़ों से हवा को अंदर और बाहर ले जाना बहुत कठिन बना देती है। सिगरेट का धुआँ शरीर के वायु मार्ग को परेशान करता है, यह अचानक और गंभीर अस्थमा के हमलों को ट्रिगर कर सकता है धूम्रपानइसे धीरे धीरे बदतर बनाता है।
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अंधापन, मोतियाबिंद
धूम्रपान आपको अंधा बना सकता है। यह आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाता है और इसके परिणामस्वरूप दृष्टि हानि हो सकती है। उम्र से संबंधित अंधपन भी धूम्रपान के कारण होता है। लगातार स्मोकिंग 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वयस्कों में अंधेपन का प्रमुख कारण है।
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Erectile dysfunction या नपुंसकता
वैसे तो Erectile dysfunction के कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते हैं। लेकिन सिगरेट पीना भी इन कारणों में शामिल है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि धूम्रपान आपके रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, आपको ईडी से ग्रसित कर सकता है। Erectile dysfunction पेनिस में खराब रक्त संचरण की आपूर्ति का परिणाम होता है।
इन बीमारियों के अलावा स्मोकिंग कई प्रकार के कैंसर का कारण बनती है, फेफड़ों का कैंसर सामान्य कैंसर है जो धूम्रपान करने से होता है। शोध की माने तो फेफड़ों के कैंसर से होने वाली 87 फीसदी मौतों के लिए स्मोकिंग जिम्मेदार है। इसलिए अगर आप इन बीमारियों के जोखिम को कम करना चाहते हैं तो आज ही स्मोकिंग को ना कहें।