World Water Day की बात की जाए तो इसका इतिहास पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से शुरू होता है। साल 1992 के दिन यह सम्मेलन आयोजित किया गया था, इस दिन इस बात की घोषणा की गई कि हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप मे मनाया जाएगा। जब से 22 मार्च 1993 में पहला विश्व जल दिवस मनाया गया।
क्यों मनाया जाता है World Water Day?
World Water Day: जैसा की आपको मालूम है कि जल के बिना धरती का जीवन मुमकिन नहीं, और जैसे-जैसे धरती से पानी कम हो रहा है उस बात से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दशकों में पानी की किल्लते बढ़ जाएंगी। इसलिए जरूरी है कि हूं इस बात का उपाय निकाले ताकि जीवन को बचाया जा सके।
पानी के कई चौंकाने वाले तथ्य
पानी के नष्ट होने के तथ्यों की बात की जाए तो भारत में और विश्व में जिस तरह से पानी का उपयोग किया जाता है उससे पानी को बच पाना ना मुमकिन है।
इनमे कुछ बाते ऐसी भी है जो हमें आने वाले खतरे से भी सावधान करती है, और दूसरों को पानी के संरक्षण के लिए भी प्रोत्साहित करती है।
1. World की 17% जनसंख्या भारत में रहती है, लेकिन ताजे जल की उपलब्धता सिर्फ 4% है।
2. मुंबई में रोज़ गाड़ी वाहन धोने के लिए 50 लाख लीटर पानी खर्च किया जाता है।
3. पिछले 50 सालों में पानी के लिए 37 भीषण हत्याकांड हुए है।
4. भारत के 75% लोगों को पानी नहीं मिल पता है। 85% ग्रामीण घरों में पानी की पाइप लाइन नहीं है
5. जल शक्ति मंत्रालय 2024 तक भारत के हर घर में पानी पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। ऐसा करने के लिए, मंत्रालय पानी की कमी का सामना करने वाले 255 जिलों में जल संरक्षण कार्य शुरू कर रहे है।
कितने प्रतिशत पानी मौजूद है धरती पर (World Water Day)
हमारी पृथ्वी पर 1 अरब 40 घन किलो लीटर पानी है। इसमें से 97.5% पानी समुद्र में है, जो खारा है, बच हुआ 1.5% पनि बर्फ के रूप में मौजूद है। इसमें से बचा 1% पानी नदी, सरोवर,कुओं, झरनों और झीलों में पाया जाता है जो पीने के लायक। इस एक 1% पानी का 60वाँ हिस्सा खेती और उद्योग कारखानों में उपयोग होता है। बाकी का 40वाँ हिस्सा हम पीने, भोजन बनाने, नहाने, कपड़े धोने एवं साफ़-सफ़ाई में खर्च करते हैं।
पानी का महत्व (World Water Day)
पीने के लिए मानव को रोज़ 3 लीटर और पशुओं को 50 लीटर पानी चाहिए होता है। 1 लीटर गाय का दूध प्राप्त करने के लिए 800 लीटर पानी खर्च करना पड़ता है, एक किलो गेंहू उगाने के लिए 1 हजे लीटर और एक किलो चावल उगाने के लिए 4 हज़ार लीटर पानी की जरूरत होती है। इस तरह भारत में 83% पानी खेती और सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है।
अब समय आ गया कि हमें ज्यादा से ज्यादा पानी बचाने की कोशिश करनी है। बारिश का पानी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका उपयोग पौधों को पानी देने या चीजों को साफ करने में उपयोग किया जा सकता है। अगर हम पानी नहीं बचाएंगे तो हो सकता है कि भविष्य में यह हमारे लिए एक बढ़ संकट पैदा कर दे।
हमारे गांवों में नदियां और तालाब आम हुआ करते थे, लेकिन वे ज्यादातर गायब हो गए हैं। हमें अपने जल संसाधनों को सुरक्षित रखने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
World Water Day थीम
World Water Day 2023 की थीम “जल और स्वच्छता संकट को हल करने के लिए परिवर्तन में तेजी लाना” (Accelerating the change to solve the water and sanitation crisis) राखी गई है। World Water Day एक ऐसा दिन है जहां लोग पानी के महत्व और इसे बचाने के तरीके के बारे में अधिक सीखते हैं। इस दिन भाषणों, सम्मेलनों और प्रतियोगिताओं सहित कई अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
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