World Sleep Day 2023: नींद यदि पूरी ना हो तो इससे खतरे काफी ज्यादा हैं। इससे जान भी जा सकती है। दरअसल, कम नींद लेने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है।
इसके बावजूद भारत की लगभग आधी आबादी को नींद की परेशानी से जूझना पड़ता है। एम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 33 से 50 प्रतिशत लोगों को नींद ना आने की परेशानी है।
इससे पहले की आप सोचें कि क्या आज रात चैन की नींद ले पाएंगे? हम आपको बता देते हैं कि अच्छी नींद किसे कहते हैं? आप कितने लंबे वक्त तक बिना रुके सो पाए और नींद कितनी गहरी थी।
सुबह उठने पर आपने फ्रेश महसूस किया कि नहीं, दिन भर के कामों के लिए आपमें एनर्जी है या नहीं, ये सभी फैक्टर तय करते हैं कि आपने अच्छी नींद ली कि नहीं। (World Sleep Day 2023)
एम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी अच्छी नींद भारत में करीब आधी जनसंख्या को नसीब नहीं हो पा रही है। नींद पर ये विश्लेषण क्यों जरूरी है, आपको ये भी जान लेना चाहिए।
अच्छी नींद के ये हैं फायदे
सुकून वाली नींद फोकस और याद्दाश्त बढ़ाती है। इम्युनिटी बढ़ाती है और शरीर में सूजन कम कर सकती है। बेहतर नींद लेने से आप कई तरह की बीमारियों से बचे रहते हैं। (World Sleep Day 2023)
अगर आप अच्छी तरह से सो नहीं पा रहे हैं, तो आपको ब्रेन स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक तक हो सकता है। दिनभर आप चिड़चिड़े रहते हैं, काम करने की एनर्जी नहीं रहती और शरीर में सूजन रह सकती है।
एम्स की रिपोर्ट के अनुसार जो सात घंटे से सोने के मुकाबले सिर्फ पांच घंटे ही सोते हैं, उन्हें दिल का दौरा का खतरा 56% ज्यादा रहता है। यदि आप लगातार 17-18 घंटेतक की नींद कम ले पाए हैं, तो आपको सीरियस डिसऑर्डर हो सकतेहैं।
World Sleep Day पर एक सर्वे सामने आया है। मैट्रेस कंपनी वेकफिट हर साल ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोर कार्ड जारी करती है। ये स्टडी पिछले छह साल से की जा रही है। हर साल इसका डाटा जारी होता है।
स्टडी का डाटा ढाई लाख लोगों के रेस्पॉन्स के आधार पर जारी होता है। इस साल यह सर्वे मार्च 2022 से फरवरी 2023 के बीच किया और इस साल 10 हजार लोगों पर स्टडी की गई। (World Sleep Day 2023)
क्या है रिसर्च डाटा का कहना?
भारत की 55 प्रतिशत जनता रात 11 बजे के बाद सोती है और 90 फीसदी लोग रात को एक या दो बार उठते हैं। 87% लोग सोने से ठीक पहले अपना फोन चेक करते हैं। (World Sleep Day 2023)
फोन चेक करने वाले 74 प्रतिशत लोगों की आयु 25 से 34 साल के बीच है। रिचर्स में दावा किया गया है कि 38 फीसदी लोग सोने से पहले भविष्य की चिंता में डूबकर नींद खराब कर रहे हैं।
आप हैरान हो जाएंगे कि 18 साल से कम के 40 प्रतिशत बच्चे यह मानते हैं कि वो नींद ना आने के चलते परेशान हैं। भारत में 54 फीसदी पुरुष और 59 फीसदी महिलाएं रात 11 बजे के बाद सोते हैं। (World Sleep Day 2023)
53% महिलाओं और 61% पुरुषों ने कहा कि वो सुबह उठने पर फ्रेश फील करते हैं। अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार दुनिया नींद ना आने की महामारी से जूझ रही है।
World Sleep Day 2023
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की Sleep guidelines के अनुसार बच्चों को 10-12 घंटे, वयस्कों को 8 घंटे और बुजुर्गों को 6-7 घंटे सोना चाहिए। (World Sleep Day 2023)
आयुर्वेद के हिसाब से…
आयुर्वेद के मुताबिक हमारा शरीर प्रकृति के तालमेल से चलता है और इसलिए नींद उजाले के समय नहीं, बल्कि अंधेरे के वक्त ही लेनी चाहिए। वैसे इसका एक वैज्ञानिक पहलू यह भी है कि इंसान के शरीर में melatonin नाम का हार्मोन देर रात बनता है।
बताया गया है कि यह हार्मोन 11-3 बजे के बीच रिलीज होता है। यह इंसान के स्लीप साइकल को नियंत्रण करता है। अगर इंसान सही समय पर नहीं सो रहा है तो हार्मोन भी गड़बड़ा जाता है। (World Sleep Day 2023)
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अच्छी नींद के लिए क्या करें?
अच्छी नींद के लिए आपको पर्याप्त हवादार वातावरण, कमरे में हल्की सुगंध, कानों को मधुर लगने वाला संगीत आपकी हेल्प कर सकता है। फोन और टीवी स्क्रीन को सोने से आधा घंटा पहले छोड़ देना चाहिए। रात का खाना सोने से दो घंटे पहले खा लेना चाहिए।
नींद की परेशानी से पीड़ित लोगों को योग, पंचकर्म, डाइट में परिवर्तन और चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए। भारत में रात को खाने के बाद गुड़ या सोने से पहले दूध पीने की आदत है। अच्छी नींद के लिए कई आयुर्वेदिक तरीके भी हैं।
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