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कौन हैं Sammed Shikharji, क्या इससे जुड़ा विवाद! देखिए हमारे साथ 

Sammed Shikharji

सरकार के फैसले के विरोध जैन समुदाय के लोग इन दिनों विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं। Sammed Shikharji से जुड़े सभी समुदाय के लोग मिलकर आंदोलन कर रहें हैं।कई जैन मुनियों ने तो आमरण अनशन भी शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों पहले जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने मंगवार के दिन अपने प्राणों को भी त्याग दिया था। जिसको लेकर अब पूरे विवाद को लेकर सियासत गरमा गई हैं। और मामला तूल पकड़ता जा रहा हैं। जैन समुदाय के पक्ष में भाजपा, सपा, बसपा से लेकर हर राजनीतिक दल शामिल हो रहा हैं।

Sammed Shikharji

credit: google.com

आखिर हैं Sammed Shikharji विवाद 

Sammed Shikharji जैनि धर्म के लोगों का एक पवित्र तीर्थ है। जहां जैन समुदाय से जुड़े लोग Sammed Shikharji के कण-कण को पवित्र मानते हैं। Sammed Shikharji झारखंड के गिरिडीह जिले में पारसनाथ पहाड़ी पर स्थित हैं। जिसको पार्श्वनाथ पर्वत भी कहा जाता है। ये जगह जैन धर्म के लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है। इस तीर्थ स्थान को बड़ी संख्या में हिंदू भी इसे अपनी आस्था का तीर्थ मानते हैं। जैन समुदाय के सभी लोग Sammed Shikharji के दर्शन करते हैं और 27 KM के क्षेत्र में फैले इसको मंदिर में पूजा करते हैं। यहां जाने वाले भक्तगण पूजा-पाठ के बाद ही कुछ खाते-पीते हैं।

Sammed Shikharji

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झारखंड सरकार का क्या कहती है इस मामले को लेकर?

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहना हैं कि Sammed Shikharji को लेकर नोटिफिकेशन भाजपा की सरकार के समय दिया गया था।और हम इस मामले को देख रहे हैं। वहीं, हेमंत की पार्टी झामुमो ने भी अपने बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तो सम्मेद शिखरजी को एक पर्यटन स्थल घोषित किया है। और भाजपा पार्टी के सदस्य अब लोगों को गुमराह कर रहें है। वहीं, इसपर भाजपा पार्टी का कहना है कि जब यहां भाजपा की सरकार थी, तब सम्मेद शिखरजी को तीर्थस्थल घोषित किया गया था। और इसके संरक्षण के लिए काम भी किए गए थे। जिसपर अब ये झामुमो सरकार इसको खंडित करने और जैन समुदाय के सद्स्यो की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है।

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 प्रशासन ने जनता को इसे लेकर क्या कहा है?

गिरिडीह के डीसी ने जैन समुदाय के लोगों के साथ बात-चीत कर कहा कि शिखरजी के पदाधिकारियों के साथ 22 दिसंबर को एक बैठख की गई थी। और बैठक के दौरान सरकारी पदाधिकारियों ने इन लोगों को आश्वासन दिलाया कि इस जगह के पवित्रता को बरकरार रखा जाएगा। साथ ही किसी भी प्रकार कि अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां पर पुलिस बल को भी तैनात कर दिया गया है।

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