वीडियो के अनुसार कुंदन दो साल से सेना या पुलिस में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था। कुंदन दो साल उज्जैन में रहकर कोचिंग के माध्यम से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था, लेकिन कोरोना काल में दो साल से न तो सेना की भर्ती निकली और न ही पुलिस में भर्ती निकली। इससे वह तनाव में था।
सरकारी नौकरी न मिलने से तनाव में था कुंदन :
बताया जा रहा है कि कुंदन राजगढ़ जिले का रहने वाला था, लेकिन कुछ समय से उज्जैन में रह रहा था। नौकरी की तलाश में वह 5 जुलाई को इंदौर के पीथमपुर क्षेत्र में गया। कुंदन ने यहां एक फैक्ट्री में नौकरी भी ज्वाइन की और 5 दिन काम करने के बाद 10 जुलाई को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने कई वीडियो बनाए, जिसमें वह अपनी बात कहते हुए दिख रहा है।
मेरे जैसे बहुत विद्यार्थी हैं, जो फांसी लगाएंगे। अतः आर्मी चीफ को भी बोल रहा हूं कि जल्दी भर्ती निकालें। मैं आज विद्यार्थियों के लिए फांसी लगा रहा हूं। अतः मेरा आपसे निवेदन है कि मेरे मरने के बाद मेरा पोस्टमॉर्टम न करें। मेरे घरवालों को और मुख्यमंत्री जी को मेरे खत दें। मैं पुलिस से भी निवेदन करता हूं कि आप मुझे मेरे घर तक पहुंचा दें।