वरिष्ठ न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान (Tarlok Singh Chauhan) हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए हैं। इस संबंध में कानून और न्याय मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी हो गई है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना की सेवानिवृत पर जस्टिस तरलोक सिंह चौहान (Tarlok Singh Chauhan) 20 अप्रैल से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
9 जनवरी 1964 को रोहड़ू में जन्मे न्यायाधीश चौहान (Tarlok Singh Chauhan) की शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पूरी हुई। इस दौरान वह स्कूल के कैप्टन भी रहे। डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से ऑनर्स के साथ स्नातक, पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़) से कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद वर्ष 1989 में वकील बने व लाला छबील दास वरिष्ठ अधिवक्ता के प्रख्यात चैंबर में शामिल हुए।

कानून के सभी क्षेत्रों में महारथ
तरलोक सिंह चौहान (Tarlok Singh Chauhan) ने हाईकोर्ट में वकालत शुरू करते हुए कानून की सभी क्षेत्रों में महारत हासिल की। राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड व राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अलावा कई बोर्डों, निगमों, वित्तीय संस्थानों, सार्वजनिक और निजी कंपनियों, शैक्षिक संस्थानों और सहकारी समितियों व विभिन्न विभागों के कानूनी सलाहकार रहे। विभिन्न लोक अदालतों के सदस्य भी बने।
हाईडल प्रोजेक्ट्स, रोपवे, पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन, प्लास्टिक और तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध, सॉलिड वेस्ट प्रबंधन परियोजनाओं के कार्यान्वयन और हिमाचल प्रदेश में सड़क निर्माण नीति के निर्धारण से संबंधित कई महत्वपूर्ण मामलों में सहयोग के लिए हाईकोर्ट द्वारा कोर्ट मित्र नियुक्त किए गए।
Tarlok Singh Chauhan
तरलोक सिंह चौहान (Tarlok Singh Chauhan) 23 फरवरी, 2014 को हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश बने। इसके बाद, 30 नवंबर 2014 को वह हाईकोर्ट के स्थाई न्यायाधीश नियुक्त किए गए। उन्होंने अभी तक के कार्यकाल में 62,500 से अधिक मामलों का निपटारा किया है। जिनमें कई अहम व एतिहासिक निर्णय भी सुनाए गए।