इसी बात काे लेकर शनिवार को पाकिस्तान से आए सिंधी शरणार्थी (Sindhi Refugee) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता (BJP SpokePerson) और संस्था सेवा के अध्यक्ष दुर्गेश केसवानी (Durgesh Keswani) के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chohan) को धन्यवाद दिया।
शॉल श्रीफल से किया सम्मान :
इस अवसर पर भाजपा प्रवक्ता ने सभी का शॉल श्रीफल से सम्मान किया और बताया कि मोदी सरकार भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी रह रहे उन लोगों का भला चाहती है, जो कहीं न कहीं भारत से जुड़े हैं और भारत का विकास चाहते हैं। आजादी के पहले तक पाकिस्तान भारत का ही एक हिस्सा था और वहां रहने वाला हर व्यक्ति भारतीय था। लेकिन देश आजाद होने के बाद पाकिस्तान में बसे हिंदू समाज के लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिनकी खबरें समय समय पर सामने आती रहती हैं।
कई बार ये कट्टरपंथी दबाव में आने वाले सिंधी हिंदू, पंजाबी और अन्य लोगों की हत्या तक कर देते हैं, जिसके बाद पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं में भय व्याप्त हो गया है। लेकिन कुछ समय पहले तक पाकिस्तान से आए शरणार्थी भारत तो आ जाते थे, लेकिन उन्हें भारत की नागरिकता हासिल करने में बहुत परेशानी आती थी। कई बार तो मजबूरन उन्हें पाकिस्तान तक लौटना पड़ता था। लेकिन मोदी सरकार के आते ही इन परेशानियों का समाधान तेजी से किया गया है।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरल किए थे नियम :
पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) पहली ऐसी विदेश मंत्री थीं, जिन्होंने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता देने का पावर सीधे कलेक्टर के हाथ में दे दिया था। इसके बाद शरणार्थियों को तेजी से नागरिकता मिलने लगी और दो वर्ष पूर्व अस्तित्व में आए सीएए कानून के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान या कहीं भी बसे हिंदू, पंजाबी लोगों को भारत की नागरिकता मिलना सुलभ हुआ है।
इस तरह से मोदी सरकार शरणार्थियों के हित में भी लगातार बेहतरीन फैसले ले रही है। कार्यक्रम के दौरान कोविड के सभी नियमों का पालन किया गया। साथ ही केसवानी ने लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने और अन्य लोगों को प्रेरित करने की भी बात कही। इस अवसर पर नंदलाल पंजवानी, सतरामदास सदाना, उमेश तारणी, अजित राजानी, राजा राजदेव, चन्दर कुमार और मनोज रायचंदानी सहित कई लोग मौजूद थे।