Top News

मंत्री सिलावट के आदमी की डॉक्टर को धमकी, कोरोना आज नहीं तो कल चला जाएगा, लेकिन अस्पताल यहीं रहेगा

प्रदेश में एक तो कोरोना महामारी हाहाकार मचा रही है, दूसरी ओर फ्रंटलाइन वर्कर को राजनीतिक लोगों और उनके आदमियों द्वारा धमकी दिए जाने का मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ दिनाें पहले भोपाल के जेपी अस्पताल में पूर्व मंत्री व विधायक पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद गुड्डू चौहान ने जेपी अस्पताल के डॉक्टर योगेन्द्र श्रीवास्तव से बदतमीजी की थी, लेकिन ताजा मामला इंदौर के मंत्री तुलसी सिलावट और उनसे जुड़े पप्पू शर्मा से बताया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के अनुसार तुलसी सिलावट गुट के पप्पू शर्मा मेदांता अस्पताल के डॉक्टर संदीप श्रीवास्तव को धमकी दे रहे हैं। वीडियो में पप्पू शर्मा डॉक्टर पर दबाव बना रहे हैं कि वे एक आईसीयू बेड उनके आदमी के लिए खाली करवाएं। 


डाॅ. संदीप श्रीवास्तव और पप्पू शर्मा के बीच हुई बातचीत इस प्रकार है

डॉ. श्रीवास्तव : हैलो! हैलो!

पप्पू शर्मा : हैलो!

डॉ. श्रीवास्तव : हां, डॉ. श्रीवास्तव बाेल रहा हूं।

पप्पू शर्मा : हां ंसदीप जी पप्पू शर्मा बोल रहा हूं, भैया का प्रतिनिधि, सिलावट जी का।

डॉ. श्रीवास्तव : हां अभी आपका एक कॉल भी मिस हो गया अभी।

पप्पू शर्मा : हां मैंने आपको तीन दिन से बोल रखा है माननीय मंत्री जी के इससे बोल रखा है। आप तीन दिन में क्या एक भी आईसीयू खाली नहीं है क्या? मेरे को ये बता दो आप, मुझे को दिक्कत नहीं। मैं फोन नहीं लगाऊंगा लाइफ में कभी।

डॉ. श्रीवास्तव : आप नाराज न हों।

पप्पू शर्मा : नाराज नहीं हूं भैया तीन चार दिन हो गए। मैंने तहजीब काजी को भी पहुंचाया था। टीआई मतलब टीआई विजय नगर। उनको भी मैंने बोला यार इनको लगाओ।


तीन दिन कोई जिलाध्यक्ष हैं हमारे। उनके पारिवारिक वो हैं। तीन चार दिन हो गए, अगर नहीं आईसीयू मिल रहा है तो हमको मना कर दो ना। नहीं दे पाऊंगा, ठीक है काेरोना आज नहीं तो कल तो चला जाएगा ना। कोई दिक्कत नहीं है। आप मना कर दो हमको नहीं होगा। मेरे को कोई समस्या नहीं है उसमें। माननीय मंत्री जी बोल रहे हैं। प्रभारी मंत्री जी बोल रहे हैं। आपको ऐसा लग ही नहीं रहा है कि मतलब तीन दिन से हल्के में ले रहे हो, आप चार दिन से। नहीं करना है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं। इसी क्षेत्र की हम नेतागिरी करते हैं। हम सब कर लेंगे। हमें कोई दिक्कत नहीं। आप बोल दो नहीं कर पाऊंगा। हमें कोई दिक्कत नहीं है। 

डॉ. श्रीवास्तव : (बहुत धीमी आवाज में) ये गलत बात है

पप्पू शर्मा : (बात को बीच में काटते हुए) नहीं गलत बात क्या है? मेरा नाम लिख लो ना आप। पप्पू शर्मा। छाती ठोक के बात करता हूं। कोई गलत बात नहीं कर रहा हूं मैं। चार दिन हो गए भाई साब! मैं बोल रहा हूं कि भैया ने बाेला है, चार दिन हो गए। सारी चीजें हो गईं। आप भर्ती नहीं कर रहे हो, भाई साब! चार दिन हो गए। हम कौन सा आपसे कोई डिस्काउंट की बात कर रहे हैं। कौन सा किसी चीज को बात कर रहे हैं। हम पेशेंट भर्ती कर रहे हैं। आप ने उस दिन होटल वाला जमाया, हमने ठीक है ओके कर दिया। भाई साब! अगर हमारा काम नहीं होगा, तो हम कैसे करें बताओ आप।

डॉ. श्रीवास्तव : (बहुत धीमी आवाज में) भैया लेकिन मैं कैसे करूं आप बाताओ?

पप्पू शर्मा : मना कर दो ना नहीं कर पाएंगे। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। 15-20 दिन में तो कोरोना चला जाएगा। 15-20-25 दिन, हॉस्पिटल तो इसी क्षेत्र में हैं ना। सारी, सब पार्किंग भी इसी क्षेत्र में खड़ी हो रही है। सारी गाड़ियां यहीं खड़ी हो रही हैं। फिर देखे कोई खड़े करके या कुछ करके। फिर देखता हूं आप कौन से संदीप श्रीवास्तव कहां मिलोगे हमको। छाती ठोक के चौराहे पर खड़े रहेंगे हम। हमको चार दिन हो गए यार भैया, आईसीयू में बेड कराते कराते। आपको ऐसा नहीं लगा कि हम मंत्री जी काे ठेस कर रहे हैं। चार दिन हो गए मेरे को आईसीयू आईसीयू लगा के।
राहुल पाराशर जी ने मेरा एडमिशन कर दिया मेरा परसों। दो दिन पहले दिया अभी एडमिशन हो गया दोपहर में।

डॉ. श्रीवास्तव : (बहुत धीमी आवाज में) वो कर पाए हैं। हम नहीं कर पाए हैं ना।

पप्पू शर्मा : नहीं करना हो तो, आप मेरे को मना कर दो। मैं नहीं कर पाऊंगा। मैं आपसे 15-17 दिन बाद बात करूंगा। आप मेरे को बोल दो ना मुंह पे। कि मैं नहीं करूंगा।

डॉ. श्रीवास्तव : ये तो आप गलत बात कर रहे हैं, ऐसा नहीं है।

पप्पू शर्मा : हद हो गई भैया यार, किसी चीज की मतलब आप समझ ही नहीं रहे हैं आदमी की स्थिति। मतलब 5 दिन से आपका आईसीयू खाली नहीं हुआ क्या एक बेड के लिए। हम कौन सा पेमेंट रोक रहे हैं या किसी चीज को ये कर रहे हैं। हम जो चीज आप बोल रहे हो उसको ऑर्ब्जव करके हम माननीय कर रहे हैं, ठीक है। आपने बोला पप्पू भाई एक दिन नहीं, दो दिन नहीं, तीन दिन में। हम उसको चालू कर देंगे, वो दे देंगे। बेड दे देंगे।


भाईसाब तीन चार दिन हो गए, बताओ वो सामने वाला कितना परेशान हो रहा है, वो। इंदौर में आनंद हॉस्पिटल में पटक के रखा है उनको। कि भैया, आज नहीं कल कर दूंगा। कल नहीं, हमारा भी मान सम्मान होता है बाजार में खराब होता है।आपको अच्छा लगे तो सूचित 11 बजे कर देना। नहीं तो कोई दिक्कत नहीं। मैं आगे से फोन नहीं लगाऊंगा आपको

डॉ. श्रीवास्तव : नहीं नहीं। कल जैसे ही बेड मिलेगा मैं आपको फोन करूंगा। मैं रोज ट्राय कर रहा हूं।

पप्पू शर्मा : देख लेना अगर आपकी इच्छा हो तो करना । मेरे को मालूम है, फिर क्या होता है? क्या नहीं होता है, सब? ठीक है ना।

यह भी पढ़ें : विधायक की अनशन की चेतावनी, 3 लाख की आबादी को मिला  25 बिस्तराें का कोविड केयर सेंटर

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp