90 के दशक के किक्रेट हीरो और पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ आज 48 साल के हो गए हैं। मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मे राहुल अपनी बल्लेबाजी के लिए पूरी दुनिया में “द वाल” के नाम से प्रसिध्द हैं क्योंकि वह दुनियां के एक मात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होनें अपने टेस्ट करियर में 31,258 गेदों का सामना किया है।
राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वह 1996 से 2012 तक भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाडियों में से एक रहे हैं। राहुल द्राविड़ के जन्मदिन के मौके पर आज आपको बताने जा रहे हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक और अनसुने तथ्यों के बारे में जो हर क्रिकेट प्रशंसकों का पता होना जरूरी है।
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्राविड़ के जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- राहुल द्रविड़ का पूरा नाम राहुल शरद द्रविड़ है। लेकिन क्रिकेट में उनकी पहचान द वाल के नाम से पड़ी इसके पीछे की वजह राहुल का सबसे ज्यादा लम्बे समय क्रीज पर खड़े होना था।
- उन्हें “द वॉल”, “मिस्टर डबल टेबल” और “जैमी” के नाम से भी जाने जाते हैं।
- द्रविड़ ने क्रिकेट खेलने से पहले हॉकी के प्लेयर रह चुके हैं। उन्होंने 12 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया, उन्होंने अंडर – 15, अंडर – 17 और अंडर -19 स्तरों पर अपने राज्य की टीम का प्रतिनिधित्व किया।
- राहुल द्रविड़ ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया और अपने पहले ही मैच में 95 रन बनाने वाले राहुल उस समय के पहले भारतीय बल्लेबाज थे।
- 461 रनों के साथ, द्रविड़ 1999 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्हें 2000 में विजडन द्वारा साल के सर्वश्रेष्ठ पांच क्रिकेटरों में नामित किया गया था।
- द्रविड़ ने टेस्ट में 11 मैन ऑफ द मैच अवार्ड जीते हैं, जिनमें से 8 टेस्ट विदेशी धरती पर खेलकर जीते हैं।
- द्रविड़ एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में लगातार 4 पारियों में शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया है।
- द्रविड़ एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने भारत के लिए अपना डेब्यू मैच खेला और उसी मैच में संन्यास लिया। उन्होंने ऐसा टी 20 इंटरनेशनल में किया।
- द्रविड़ ने 164 मैचों में 31,258 (5209 ओवर) का सामना किया है। किसी अन्य बल्लेबाज उनके बराबर गेंदों का सामना नहीं किया।
- द्रविड़ को उनकी सेवाओं के लिए क्रिकेट के लिए भारत सरकार से पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।