पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की वापसी की खबर से पूरे पाकिस्तान के राजनीतिक मौहाल में शनशनी है। बताया जा रहा है कि अगले चुनाव में नवाज शरीफ अपने पॉलिटिकल करियर में वापसी कर सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ की वापसी की अफवाहों ने अगले आम चुनाव से पहले एक गरमागरम बहस छेड़ दी है। साल 2019 से लंदन में बसे नवाज नए साल 2022 के मौके पर पाकिस्तान लौटने का प्लान बना रहे हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान के वर्तमान पीएम को इससे अच्छा खासा नुकसान हो सकता है।
बताया जा रहा है फौज के समर्थन के बिना पाकिस्तान पीएम इमरान खान का सत्ता में रहना नामुमकिन क्योंकि फौज के समर्थन से ही इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता आए और पीएम बने लेकिन हालिया स्थिति को लेकर पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है मंहगाई और कर्ज से पाकिस्तान काफी ज्यादा परेशान है यही कारण है कि फौज एक बार फिर से नवाज शरीफ को गद्दी सौंफ सकती है।
लंदन में क्यों हैं नवाज शरीफ
आपको जानकर हैरानी होगी कि भ्रष्टाचार के मामलों में सजा काटने से बचने के लिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री लंदन में हैं लेकिन ऐसा बताया जाता है कि वह इलाज के लिए लंडन में शिफ्ट हो चुके हैं। लेकिन पाकिस्तान में फिर से राजनीति में उतरने के लिए नवाज को पाकिस्तान में कुछ दिन जेल में बिताने होगें।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के 70 वर्षीय सुप्रीमो शरीफ, जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने सत्ता से बेदखल कर दिया था, इलाज के लिए लंदन में हैं।
इन समस्याओं से लड़ रहा है पाकिस्तान:
सूत्रों के अनुसान पाकिस्तान कई समस्याओं का समाना कर रहा है कोरोना के चलते हालात और गंभीर बताए जा रहे हैं खबरों की माने तो पाकिस्तान मंहगाई और कर्ज मे बुरी तरह डूब चुका है। धर्म और आस्था की स्वतंत्रता को लेकर आए कई मामले सामने आते रहते हैं। महिलाओं और लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार, राजनीतिक विपक्ष पर हमले, आतंकवाद, आतंकवाद विरोधी और कानून प्रवर्तन हनन जैसे बड़े मुद्दे लगातार पाकिस्तान में देखने को मिल रहे हैं।