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Amritpal Singh: सांसद सिमरनजीत के बिगड़े बोल, कहा- सरेंडर नहीं, भाग जाना चाहिए पाकिस्तान

Amritpal Singh

Amritpal Singh: पुलिस को चुनौती दे रहे अमृतपाल के नेपाल भागने की खबरें चर्चा में बनी ही हुई थीं कि उसने खुद वीडियो जारी कर इससे इनकार कर दिया। अब अमृतपाल से जुड़े एक बयान की चर्चा जोरों पर है। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) प्रमुख संगरूर के लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान (Simranjit Singh Mann) ने एक इंटरव्यू के दौरान अमृतपाल को सलाह दी है कि वह रावी दरिया पार करे और पाकिस्तान भाग जाए।

‘Amritpal का पाकिस्तान भाग जाना उचित’

सिमरनजीत सिंह मान केवल इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि ‘हम 1984 में भी पाकिस्तान गए थे, है ना?’ एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि ‘अमृतपाल सिंह का पाकिस्तान भाग जाना सिख इतिहास के हिसाब से उचित है।’ क्योंकि उसका जीवन खतरे में है और सरकार ‘हम पर अत्याचार कर रही है।’

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भगोड़ा नहीं हूं- Amritpal Singh

मान का ये बयान ऐसे समय में आया है जब अमृतपाल कह रहा है कि मैं पूरी तरह आजाद हूं। भगोड़ा नहीं हूं। गुरुवार को जारी एक वीडियो में उसने कहा कि जल्द ही संगत के सामने आऊंगा। मैंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मांग की है कि श्री अकाल तख्त से श्री दमदमा साहिब तक खालसा वहीर निकाली जाए। साथ ही बैसाखी वाले दिन सरबत खालसा बुलाया जाए। केश कत्ल करने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। इससे पहले उसने एक ऑडियो भी जारी किया।

इस घटना का सिमरनजीत ने किया जिक्र

बता दें कि सिमरनजीत सिंह मान की टिप्पणी 1984 की उन घटनाओं की ओर इशारा करती है जो अंततः सिख विरोधी दंगों का कारण बनीं थीं। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) और अन्य खालिस्तानी आतंकवादियों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) का आदेश दिया।

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  • बाद में इंदिरा गांधी की सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी। उनकी मौत पर फैली नाराजगी के कारण 1984 में दिल्ली और कई शहरों में सिख विरोधी दंगे हुए। जिसमें हजारों सिखों की मौत हुई।

ऐसे समय आया बयान

गौरतलब है कि खुफिया जानकारी मिली थी कि Amritpal Singh अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अकाल तख्त, बठिंडा में तख्त दमदमा साहिब या रूपनगर जिले के आनंदपुर साहिब में तख्त श्री केशगढ़ साहिब में बैसाखी की पूर्व संध्या से पहले आत्मसमर्पण कर सकता है। ऐसे वक्त में सिमरनजीत सिंह मान का बयान सामने आया है।

Amritpal Singh: पंजाब पुलिस 18 मार्च से खालिस्तानी अलगाववादी का पीछा कर रही है। इस दौरान अमृतपाल सिंह कम से कम चार अलग-अलग राज्यों- पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में शरण लेने के लिए मजबूर हुआ है। इस बीच अमृतपाल सिंह ने यूट्यूब पर एक वीडियो जारी कर दुनिया भर के सिखों से एकजुट होने की अपील की। इस वीडियो को उत्तर प्रदेश में शूट किया गया था और इसे यूके हैंडल्स द्वारा शेयर किया गया था।

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धर्मस्थलों की बढ़ी सुरक्षा 

वहीं, Amritpal Singh के डेरे या गुरुद्वारे में छिपने की आशंका के चलते श्री हरमंदिर साहिब समेत सभी बड़े धर्मस्थलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अतिरिक्त पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। वहीं, होशियारपुर में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस ने आखिरी बार उसे होशियारपुर के मरनाइयां गांव में देखने का दावा किया था।

Amritpal Singh का आखिरी VIDEO

जिस गाड़ी में बुधवार को Amritpal Singh दिखा था, वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के बड़ेपुरा (अमरिया) स्थित गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी बाबा मोहन सिंह के नाम पर पंजीकृत है। ग्रंथी बाबा मोहन सिंह ने बताया कि गाड़ी को पिछले चार माह से पूरनपुर के मोहनापुर गुरुद्वारे के सेवादार जोगा सिंह इस्तेमाल कर रहे थे। चार दिन पहले ही जोगा सिंह पंजाब जाने की बात कहकर गए थे।

जोगा सिंह और उनका चालक गुरवंत सिंह पंजाब पुलिस की हिरासत में हैं। गुरुवार को पंजाब पुलिस ने मोहनापुर पहुंचकर करीब ढाई घंटे तक छानबीन की। पंजाब पुलिस मोहनापुर गांव पहुंची। यहां पुलिस ने जोगा सिंह की गाड़ी के चालक गुरवंत सिंह के पिता गुरमीत सिंह से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि चार पांच माह पहले ही वह पंजाब से यहां आए हैं। बेटा गुरवंत गुरुद्वारे में गाड़ी चलाता है। वह अभी पंजाब पुलिस के पास है। टीम ने गुरमीत सिंह की फोन पर गुरवंत से बातचीत भी कराई।

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हथियार इस्तेमाल पर मनाही 

Amritpal Singh: पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अमृतपाल सिंह की तलाश कर रही पुलिस की टीम को आदेश दिया है कि अमृतपाल सिंह व पपलप्रीत की तलाश करो लेकिन हथियार का इस्तेमाल न करें। ऐसा कोई कदम न उठाया जाए, जिससे Amritpal Singh व पपलप्रीत सिंह को चोट लगे। इससे पंजाब में हालात खराब हो सकते हैं।

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