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मेन्‍थॉल या मिंट सिगरेट सामान्‍य सिगरेट से होती है दोगुना खतरनाक, जानिए वजह-

वैसे तो किसी भी प्रकार का धूम्रपान सेहत की लिए हानिकारक है, लेकिन धू्म्रपान के लिए कई प्रकार की सिगरेटस् का उपयोग किया जाता है। इन्‍हीं में से एक प्रकार है मेन्‍थॉल या मिंट सिगरेट।  मेन्थॉल सिगरेट, सामान्‍य सिगरेट की तुलना में अधिक उपयोग की जाने वाली सिगरेट है।

मेन्‍थॉल सिगरेट को भी सामान्‍य सिगरेट की तरह ही बनाया जाता है बस इसमें फर्क इतना है कि  तम्बाकू के साथ सिगरेट फिल्टर के भीतर एक मिंट का टुकड़ा जोड़ा जाता है। जिसे तोड़ कर स्‍मोकिंग करने से गले में ठंडा महसूस होता है।

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, 12 से 17 वर्ष के बीच धूम्रपान करने वाले लोगो में 74%  लोग मेन्थॉल सिगरेट पीना पसंद करते हैं। इसके अलावा, धूम्रपान शुरू करने वाले अधिकांश युवा लोग मेन्थॉल सिगरेट के साथ ही ध्रूमपान करना पसंद करते हैं।

आसान है मेन्थॉल सिगरेट का आदी होना- 

मेन्‍थॉल सिगरेट स्‍मोकिंग करने में अधिक आनंददायक होती है और शुरुआती लोगों के लिए एक आसान विकल्प है। इसके अलावा, ये नशे की लत के लिए भी बहुत आसान है क्योंकि इसमें ठंडक होती है जो शुरू में स्‍मोंकिंग करने वाले लोगों को बहुत पसंद आती है। इसलिए बाकी सिगरेट की तुलना में मेन्‍थॉल सिगरेट पीने वाले लोग कम समय में इसके आदि हो जाते हैं।

मेन्थॉल सिगरेट गैर-मेन्थॉल वाले की तुलना में अधिक हानिकारक क्यों हैं?

मेन्थॉल के ठंडे प्रभाव के कारण, लोग मेन्थॉल सिगरेट के धुएं को अधिक गहराई तक खींचते हैं इसके ठंडा होने के गुणों के कारण लोग धुएं को लंबे समय तक अपने फेफड़ों में रखते हैं। अध्ययन में पाया गया कि सिगरेट के धुएं में खतरनाक रसायनों के संपर्क में आने के कारण मेन्थॉल धूम्रपान करने वालों के फेफड़े खराब कर देता है।

मेन्थॉल सिगरेट पीने से चयापचय और इम्‍युनिटी कमजोर हो जाती है शरीर में निकोटीन के उच्च स्तर की उपस्थिति से रक्तचाप और हृदय गति में वृद्धि का खतरा होता है और कुछ मामलों में, धमनी की दीवारों के सख्त होने में भी इसका योगदान हो सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है।

जानिए क्‍या कहता है अध्‍ययन

2014 के एक अध्ययन में, मेन्थॉल सिगरेट का उपयोग करने वाले लोगों को सामान्‍य सिगरेट पीने वाले लोगों की तुलना में अधिक दौरे के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई या कफ में वृद्धि जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ा है।

जॉर्जिया के अटलांटा में मोरहाउस स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ। मर्लिन फोरमैन इस अध्‍ययन के बारे मे कहा कि “मेन्‍थॉल सिगरेट का धूम्रपान करने वाले लोगों को सामान्‍य सिगरेट पीने वाले लोगों की तुलना में अधिक गंभीर एक्ज़िबर्बेशन और गंभीर बाधाओं का सामना करता पड़ता है।”

कुल मिलाकर, शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया कि मेन्थॉल सिगरेट के उपयोग से फेफड़ों की गंभीर बीमारी का 29% अधिक जोखिम बड़ जाता है।

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