आपने Maldives के बारे में तो सुना ही होगा। नहीं सुना तो हम आपको बता दें की Maldives दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में से एक है जो अपने पर्यटन के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। यहाँ बहुत ही खूबसूरत बिच मौजूद है जो दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं।
यहाँ चारों तरफ आपको नीला समुद्र देखने को मिलेगा जिसका पानी कांच की तरफ एकदम साफ है। Maldives एक ऐसी जगह जहाँ आप जीवन के सबसे अविस्मिरणीय सूर्यास्त को देख सकते हैं, वहाँ आपको ऐसे-ऐसे अनुभव करने का मौका मिलेगा जिसे आप अपनी ज़िंदगी में बार-बार करना चाहेंगे।
समुद्र का बढ़ता जलस्तर
ऐसा सुनने में आ रहा है कि आने वाले 80-90 सालों में Maldives का अंत पक्का है, पर ऐसा क्यों? समुद्र में बढ़ते जलस्तर से सबसे ज्यादा खतरा उन देशों को और द्वीपों को होगा जो समुद्र में बसे है। ऐसे कई द्वीप हैं, जो अगले 6 दशक से भी कम समय में पानी में डूब जाएंगे। ग्लोबल वार्मिंग के कारण धरती के भीतर लगातार हलचल बढ़ती जा रही है जिस वजह से दुनियाभर में भारी बारिश, बाढ़, सुख,और तूफान जैसे हालात पैदा हो रहे है।
Global Warming है सबसे बड़ा कारण
आज की बात करे तो भारत में भी Global Warming ने मौसम का मिज़ाज पूरा ही बदल दिया है। गर्मी के मौसम में भारी हवा बारिश और ओले गिरने की खबरे देखने को मिल रहीं हैं। विशेषज्ञों ने खतरे को भांपते हुए बताया है कि इससे ध्रुवों पर जमी बर्फ पिघलने से समुद्र का पानी बढ़ जाएगा।
इसका नतीजा यह होगा कि समुद्र में बने द्वीपों समेत समुद्र किनारे बसे शहर भी पानी में डूब जाएंगे। बहुत समय पहले अमेरिकी वैज्ञानिक बेनो गुटेनबर्ग ने एक स्टडी में बताया कि समुद्र का पानी काफ़ी तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए गुटेनबर्ग ने बीते 100 सालों के डाटा को स्टडी किया था। ध्रुवीय बर्फ के पिघलने से समुद्र का पानी लगातार बढ़त जा रहा है। इस बात की पुष्टि नासा ने भी की थी।
Maldives का समुद्री जीवन
मालदीव में गहरे समुद्र, उथले तट और चट्टानि दुनिया मौजूद है। जहाँ 2000 से भी ज्यादा अधिक प्रकार की मछलियाँ मौजूद है। रीफ़ मछली से लेकर रीफ़ शार्क, मोर इल्ज़ औरकई प्रकार की रे मछलियाँ भी पाई जाती है। यहाँ समुद्र में हजारों फिट नीचे विशेषज्ञों द्वारा एक रहस्यमय और अनोखी दुनिया (Mysterious World) की खोज की है। हिन्द महासागर में सतह से 1650 फिट गहरे समुद्र में एक बेहद अनोखे ईकोसिस्टम (Ecosystem) की खोज हुई है।
‘साथो राहा’ ज्वालामुखी
इस अनोखी दुनिया को Maldives के “साथो राहा” के आस पास खोज गया है जो बहुत ही प्राची और विलुप्त ज्वालामुखी है। ‘साथो राहा’ का बनते समय अचनाक समुद्र तल से 4921 फिट ऊपर उठ गया था। इस जगह पर मछलियों और शार्क के झुंड हैं जो छोटे-छोटे समुद्री जीवों के लिए बेहद जानलेवा नजर आते हैं। इन समुद्री जीवों को ‘माइक्रोनेक्टन’ नाम दिया गया है।
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Honeymoon और घूमने के लिए कैसा है मालदीव
अप्रैल से अक्टूबर तक मालदीव में मानसून बना रहता है, इस दौरान मालदीव का तापमान 20 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस तक बना रहता है। बस ध्यान रहे कि आप अपने पास हमेशा छाता रखे, क्योंकि वहाँ कभी भी किसी भी समय बारिश हो सकती है।
Maldives में आप वॉटर गेम्स के साथ अलग-अलग डिश भी खाने का लुफ़त उठा सकते हैं। लेकिन बात यही है की ग्लोबल वार्मिंग पूरी दुनिया में इतनी बढ़ चुकी है कि आप आने वाले कुछ सालों में सुंदर प्राकृतिक जगहों का लुफ़त उठाना तो दूर आप इन इस जन्नत जैसी जगहों को देखने के लिए भी तरस जाएंगे।