Karnataka Election 2023: कर्नाटक में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। चुनाव में जीत के लिए सभी पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने Karnataka में अमित शाह के खिलाफ शिकायत दी है, मामला पुलिस स्टेशन तक पहुंच गया हैं।
Karnataka Election 2023 को लेकर राजनीति गरमाई
Karnataka Election 2023 को लेकर राजनीति का खेल शुरू हो गया है। कांग्रेस ने अब बीजेपी और अमित शाह पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों का प्रचार जोरों पर है। आए दिन चुनावी राज्य में रैलियां हो रही हैं। इस बीच अब कांग्रेस (Karnataka Election 2023) ने बीजेपी की एक रैली को मुद्दा बनाते हुए राजनीतिक दांव खेला है।

शिकायत कब और कहा दर्ज कराई गई
बता दें कि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई है।
कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने कथित रूप से भड़काऊ बयान दिया, दुश्मनी, नफरत को बढ़ावा दिया और विपक्ष को (Karnataka Election 2023) बदनाम करने का काम किया है। वही आपकों बता दें कि शिकायत दर्ज कराने वाले नेताओं में रणदीप सिंह सुरजेवाला, डॉ. परमेश्वर और डीके शिवकुमार शामिल हैं.

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला का ट्वीट
अहम बात यह है कि कांग्रेस के कर्नाटक (Karnataka Election 2023) प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हमने शाह के खिलाफ शिकायत दी है और कार्रवाई की मांग की है। शाह विभिन्न वर्गों और धर्मों के बीच नफरत फैला रहे हैं। साथ ही वह कर्नाटक के शांतिपूर्ण राज्य की सद्भावना को भंग, भ्रष्ट आचरण और जानबूझकर गलत बयान दे रहे हैं। वह केवल कांग्रेस को बदनाम करना चाहते है।
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कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी की शिकायत
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा, “अमित शाह ने कहा था कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आई तो (Karnataka Election 2023) सांप्रदायिक अधिकार होंगे। वह यह कैसे कह सकते हैं? हमने उनके खिलाफ चुनाव आयोग के पास भी शिकायत दर्ज कराई है।”
प्रियंका गांधी का विपक्ष पर हमला
प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की कर्नाटक (Karnataka Election 2023) में दी गई एक हालिया टिप्पणी को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर तीखा प्रहार किया था। उन्होंने कहा था कि कर्नाटक को मौजूदा समय के किसी नेता के आशीर्वाद की जरूरत नहीं है और ‘वोट नहीं देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद’ नहीं मिलने की धमकी देना’ राज्य की जनता का अपमान है।