नोटिस के जवाब में उन्होंने सरकार से कहा है कि न तो मैंने कानून तोड़ा है और न ही कोई गलत काम किया है। उन्होंने जवाब में लिखा है कि कुछ अफसर जो निजी तौर पर मेरे खिलाफ हैं, उनकी दुर्भावना की वजह से यह नोटिस दिया गया है। यही कारण है कि 31 मई को हुई बातचीत का नोटिस 16 जून काे दिया गया है।
जांगिड़ ने सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के साथ ही कार्मिक मंत्रालय को भेजे 5 पेजों के लिखित जवाब में कहा है कि मेरा सात साल का कैरियर बेदाग रहा है। ऐसे में नोटिस मिलने पर वे हैरान हैं।
सीनियरों के निर्देशों का सही से पालन करने करता हूं रिकार्डिंग :
जांगिड़ ने अपने जवाब में कहा है कि प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी (PS Deepti Gaud Mukharji) ने 31 मई को फोन पर उन्हें ट्रांसफर की जानकारी दी थी। उन्होंने पीएस से ट्रांसफर का कारण भी नहीं पूछा। उन्होंने इस कॉल को अलग से रिकार्ड नहीं किया। मोबाइल में ऑटो रिकार्डर है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों को बेहतर तरीके से पालन हो इसके लिए कॉल रिकार्ड करना कॉमन प्रैक्टिस है।
नहीं किया ऑल इंडिया सर्विसेस का उल्लंघन :
जांगिड़ ने पीएस के साथ हुई बातचीत को सोशल मीडिया पर वायरल न करने और आल इंडिया सर्विसेस (All India Services) का उल्लंघन न करने की बात कही है। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि अपने चार सहकर्मियों को ट्रांसफर के बारे में बताया था। कारण पूछने पर पीएस के साथ हुई बातचीत को व्हाट्स एप पर चारों को अलग-अलग भेज दी थी।
जांगिड़ ने इस दौरान इस बात पर भी जोर दिया है कि उनके ट्रांसफर के आदेश 31 मई को ही जारी हो गए थे, जिसके बाद सोशल मीडिया ग्रुप्स पर उनके ट्रांसफर की खबरें वायरल हो गई थीं। साथ ही जीएडी की साइट पर भी यह अपलोड हो गया था। इसलिए उन्होंने आल इंडिया सर्विसेस (कंडक्ट रूल्स) 1968 का उल्लंघन नहीं किया है।
फर्जी एकाउंट बनाए जाने की भी खबर :
इसी बीच जांगिड़ के फर्जी ट्विटर एकांउट बनाए जाने का मामला भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक जांगिड़ ने इस फर्जी एकाउंट की शिकायत माइक्रो ब्लॉगिंग कंपनी ट्विटर (Twiter) को कर दी है और इस मामले पर जांगिड़ ज्यादा जानकारी देने से भी बच रहे हैं। उन्हाेंने एक पोस्ट ट्वीट (Twit) कर बताया कि उनके नाम पर कोई ट्विटर एकाउंट चला रहा है।
Got to know someone else is impersonating me with the handle @IASLokeshJangid and I’ve officially reported it to Twitter for action.
I hereby solemnly affirm that this account @LokeshJangidIAS is THE only handle that I operate. Note.#LokeshJangid #Impersonation#Respect_Privacy— Lokesh Jangid | लोकेश जांगिड़ (@LokeshJangidIAS) June 21, 2021
उनका ऑफिशियल ट्विटर एकाउंट @LokeshJangidIAS है, जबकि उनके नाम पर @IASLokeshJangid एकाउंट बनाया गया है। साथ ही उन्होंने अफसरों की चैट वायरल करने का जवाब भी सरकार को भेज दिया है। हालांकि खबर लिखे जाने तक ट्विटर ने जांगिड़ के फर्जी एकाउंट को सस्पेंड कर दिया है।