पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए फ्रांस राष्ट्रपति के विवादित बयान को लेकर देश में जगह जगह प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। इसी के चलते भोपाल पुलिस ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद सहित लगभग 200 लोगों को प्रदर्शन के लिए बुक किया है, क्योंकि गुरुवार को ऐतिहासिक इकबाल मैदान में ‘इस्लामवादी अलगाववाद’ के खिलाफ फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन की कथित टिप्पणी के खिलाफ हजारों मुसलमानों ने विरोध प्रदर्शन किया।
भोपाल के ओल्ड सिटी स्मारक पर मसूद के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मैक्रोन के खिलाफ नारे लगाए और उनके बयान का विरोध किया। उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए फ्रांस राष्ट्रपति मैक्रॉन से माफी की मांग की।
यहां देखें वीडियो-
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन के खिलाफ भोपाल में मुस्लिम समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया…#franceattack #FranceBeheading @JournalistVipin pic.twitter.com/EUoKa4ePHJ
— News24 (@news24tvchannel) October 29, 2020
The protest took place on Mumbai’s Muhammad Ali Road by sticking a photos of the French President @emmanuelmacron on the road. ❌????????❌
Indian Muslims Against #france???????? & @emmanuelmacron #boycottfranceproducts????????❌ ???????? ???????????????????? pic.twitter.com/tIt4NhHfs6
— Nurmagomedov (@_Aliways) October 30, 2020
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन का बयान-
मैक्रॉन ने अपने भाषण में फ्रांसीसी हाई स्कूल शिक्षक को इस्लामिक पैगंबर मुहम्मद के बताए दिशानिर्देशों को लिए दोषी ठहराया।
मैक्रोन की सरकार “इस्लामवादी अलगाववाद” का मुकाबला करने के लिए एक नए विधेयक की योजना बना रही है। मैक्रॉन ने कहा है कि इस्लामवादियों ने फ्रांस में एक समानांतर संस्कृति बनाई है जो फ्रांसीसी मूल्यों, रीति-रिवाजों और कानूनों को खारिज करती है।
मैक्रोन ने यह भी कहा कि इस्लाम “एक ऐसा धर्म है जिससे पूरी दुनिया संकट में है”।
I am just surprised that if Islam doesn’t teach violence and hate then why most of the terrorists belongs to Islam ??#NiceTerrorAttack https://t.co/VIQsfpEG4X
— Pushpendra Kulshrestha (@iArmysupportar) October 30, 2020
पैगंबर मोहम्मद के चित्रण पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के इस विवादित बयान को लेकर गुरुवार को मुस्लिम सदस्यों ने इकबाल मैदान में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन पर बात करते हुए, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मांग की कि संघ के अधिकारियों ने फ्रांस के भारतीय राजदूत से उस देश के शासन के “मुस्लिम विरोधी” रुख के खिलाफ विरोध दर्ज करने का अनुरोध किया।
उन्होंने मैक्रॉन पर पैगंबर मुहम्मद पर विवादित टिप्पणी करके जानबूझकर मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है।
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