Top News

कमलनाथ का आरोप, कोरोना से हुई एक लाख से ज्यादा मौतें, गृहमंत्री मिश्रा बोले सबूत दे दें तो मैं पद से इस्तीफा दे दूंगा

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मार्च-अप्रैल में पूरे प्रदेश में कोरोना के कारण एक लाख से ज्यादा मौते हुई हैं। उन्होंने शिवराज सरकार पर महामारी के दौरान हुई मौतों के आंकडों में हेरफेर का आरोप लगाया है। 

वहीं कांग्रेस के आरोपों से बीजेपी आक्रामक हो गई है और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि यदि वे इसके प्रमाण दे देंगे तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने राज्यपाल से नेता प्रतिपक्ष पर राष्ट्रदोह का केस दर्ज करने की मांग की है।

पूर्व सीएम के गंभीर आरोप, बीजेपी हुई हमलावर : 

Z


दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री का आरोप है कि सरकार कोरोनो से हो रही मौतों के आंकड़े छिपा रही है। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया है कि पूरे प्रदेश के श्मशान और कब्रिस्तानों में मार्च-अप्रैल के माह में 1 लाख 27 हजार 530 शवों का अंतिम संस्कार हुआ है। इस दौरान करीब 1 लाख 2 हजार 2 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ है। इस दौरान उन्होंने सरकार से पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। 

पूरे मामले में सरकार की ओर से मोर्चा गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने संभाला है। डॉ. मिश्रा ने कहा है कि कमलनाथ जी को लाशें गिनने की आदत है। 1984 के दंगों की सच्चाई भी सबको पता है। उन्हाेंने पूर्व मुख्यमंत्री से प्रमाण देने की मांग की है। प्रमाण न देने की एवज में उन्होंने कमलनाथ से इस्तीफा देने की मांग की है। इतना ही नहीं गृहमंत्री ने यहां तक कह दिया कि यदि वे प्रमाण दे देंगे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।

वर्चुअल बैठक में कमलनाथ जी ने लगाए आरोप : 
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री ने गुरुवार दोपहर कांग्रेसी विधायकों और पत्रकारों की एक वर्चुअल बैठक में ये गंभीर आरोप लगाए थे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से ग्रामीण इलाकों में हुई मौतों के मामलों में स्पष्टीकरण देने की मांग की थी।

बैठक में उन्होंने छिंदवाड़ा के एक गांव नूरा का उदाहरण देते हुए बताया था कि इस गांव में केवल 10 दिनों में ही 15 लोगों की मौत हो गई थी। जब उन्होंने इस संबंध में कलेक्ट्रेट से जानकारी ली तो गांव में कोरोना से केवल दो मौतें होना बताया गया। 

ब्लैक फंगस को लेकर भी सरकार को घेरा : 
इस दौरान कमलनाथ ब्लैक फंगस को लेकर भी सरकार पर हमलवार होते दिखे। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि जब केंद्र सरकार ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित करने के निर्देश जारी कर चुकी है तो मप्र सरकार ने 600 केस मिलने के बाद भी अब तक ब्लैक फंगस को महामारी घोषित क्यों नहीं किया है? जबकि राजस्थान, हरियाणा और तमिलनाडु सहित 5 राज्य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं। 

यह भी पढ़ें : मप्र मानवाधिकार आयोग ने सरकार से पूछा, दवाओं के आभाव में कोरोना और ब्लैक फंगस से हुईं कितनी मौतें

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp