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Chat GPT-4- इस नए टूल से काम करने में आसानी, फोटो देखकर बता देगा मूड। AI के इस नए वर्जन की खास स्टोरी!

Chat GPT-4

Technology: आप सोच कर देखिए कि आप घर में अकेले हैं और खाने में क्या बनाएं, यह आपको समझ नहीं पा रही हैं। ऐसे में आप अपने फ्रिज में रखे सामान की एक फोटो क्लिक करते हैं और चैटबोट से पूछते हैं कि फोटो देखकर कुछ डिश बनाने के बारे में बताओ। चैटबोट फौरन आपको दो रेसिपी भेज देता है। इसी तरह बीमार हो जाने पर ट्रीटमेंट के लिए सुझाव देता है।

ये बातें अब काल्पनिक नहीं, अपितु Chat GPT-4 इसे करना शुरु कर चुका है। वस्तुत: 14 मार्च को ओपन AI कंपनी ने अपने ChatGpt प्रोडक्ट के नए अपडेटेड वर्जन Chat GPT-4 को प्रारंभ किया। ये पहले से अधिक ज्यादा रचनात्मक, विश्वासपात्र और उपयुक्त जानकारी देने वाला है।

हर तरह के प्रश्नों के जवाब देगा GPT-4

अब GPT-4 हर प्रकार के सवालों का पहले से अधिक उपयुक्त जवाब देगा। अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर रिसर्च कर रहे ओरेन एटजियोनी नाम के शख्स ने Chat GPT-4 के पुराने और नए वर्जन से एक से प्रश्न किए।

रिसर्चर का दावा है कि पुराने वर्जन ने उन प्रश्नों का गलत और Chat GPT-4 का उत्तर रहा। इससे यह पता चलता है कि GPT का नया वर्जन पुराने से ज्यादा उपयुक्त है।

Chat GPT-4

Source – Google

Chat Gpt या GPT-3.5 सिर्फ लिखित भाषा को समझ सकता था, लेकिन अब Chat GPT-4 लिखित के साथ-साथ इमेज को भी समझ सकता है।

इसे निर्मित करने वाली कंपनी ओपन AI के को-फांउडर ग्रेग ब्रोकमेन ने कहा कि मैंने अपने फ्रिज में रखीं वस्तुओं की फोटो के जरिए एक प्रश्न किया। इसके जवाब में Chat GPT-4 ने बताया कि उन्हें आज खाने में कौन-सी चीज बनानी चाहिए।

मरीजों और उसके रोगों का उपचार 

यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ केरोलिना के प्रोफेसर ‍अनिल गेही ने कहा कि उनके पास ट्रीटमेंट करवाने के लिए एक मरीज आए। उन्होंने उस रोगी की परेशानी को बताकर Chat GPT-4 से पूछा कि इस रोग का उपचार किस प्रकार किया जाए?

इसके बाद Chat GPT-4 ने उसी तरह से इलाज करने और मेडिसिन देने की सलाह दी, जो वह सोच रहे थे। प्रोफेसर ‍अनिल का मानना है कि Chat GPT-4 का जवाब सुनकर ऐसा लगा कि वह मेडिकल सांइस का विशषज्ञ बन गया है।

Chat GPT-4

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इतना ही नहीं GPT-4 किसी मेडिसिन के कंपाउंड का भी पता लगा सकता ‍है। इस मेडिसिन को खाने के बाद शरीर पर पड़ने वाले प्रभावोंके बारे में भी वह विस्तार से जानकारी दे सकता है।

उनका कहना है कि इस टेक्नीक के द्वारा हो सकता है कि भविष्य में वैज्ञानिक H3N2 वायरस से लेकर दूसरी अन्य बीमारियों के इलाज को तलाश लें।

  1. रिसर्च पेपर को संक्षेप में समझा सकता

आज के समय में लोगों के पास समय की न्यूनता है। ऐसे में किसी न्यूज पेपर के लंबे आर्टिकल्स या रिसर्च पेपर को Chat GPT-4 के जरिए संक्षेप में समझा जा सकता है।

वैज्ञानिक ये देखकर आश्चर्यचकित रह गए कि लंबे लेख या रिसर्च पेपर को Chat GPT-4 इंसान की तरह समझ सकता है। इतना ही नहीं जब एक लेख गलत समरी को लिखकर वैज्ञानिकों ने Chat GPT-4 से पूछा कि क्या ये सही लिखी गई है?

Chat GPT-4

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इसके जवाब में Chat GPT-4 ने कहा कि इस समरी में आर्टिकल के पूर्णतया सभी जरूरी बिंदु लिखे गए हैं, लेकिन इसमें एक तथ्य गलत लिख दिया गया है।

इस तथ्य के आलेख को ऑरिजनल टेक्स्ट में भी कहीं उल्लेख नहीं किया गया ‍है। वैज्ञानिक GPT-4 के इस बेहतरीन जवाब को सुनकर दंग रह गए।

  1. हंसाने का काम करता है GPT-4

अगर आप अकेले बैठे-बैठे ऊब गए हैं आपके आस-पास कोई वार्तालाप करने वाला भी नहीं है। तो ऐसे समय में GPT-4 आपको हास्यवॄत्ति वाले जोक्स सुनाकर हंसने को मजबूर कर देता है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि जोक सुनाने के मामले में भी GPT-5 की अपेक्षा GPT-4 का हास्यवॄत्ति का गुण अनूठा है।

  1. 81 प्रतिशत सवालों के सटीक जवाब

इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि परीक्षा में किए गए 81 प्रतिशत सवालों का GPT-4 एकदम सटीक जवाब दे सकता है। रिसर्च में पता चला है कि अमेरिका के 41 राज्यों में होने वाले यूनिफॉर्म बार एग्जाम में आए 1600 प्रश्नों में से 1300 प्रश्नों के सही जवाब दिए।

Chat GPT-4

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इससे पहले GPT-3.5 इस परीक्षा में असफल हो गया था। मेडिकल नॉलेज सेल्फ असेसमेंट प्रोग्राम में भी GPT-4 को 75 प्रतिशत अंक मिले। वहीं, GPT-3.5 को इस परीक्षा में 53 प्रतिशत अंक ही मिल सके थे।

  1. GPT-4 के द्वारा कोर्ट में केस लड़ना होगा आसान

सवालों के सही जवाब देने के साथ ही GPT-4 अब न्यायालय की फाइलों को भी निपटाने में लग गया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इससे केस लड़ने की कठिनतम प्रक्रिया को आसानी से निपटाया जा सकता है। इसकी वजह ये है कि GPT-4 सिंगल क्लिक में ‘Lawsuit’ फाइल कर सकता है।

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हमारे देश में ही लाखों लोग कोर्ट का दरवाजा सिर्फ ‍इसलिए नहीं खटखटाते हैं क्योंकि मुकदमे की तैयारी बहुत ही कठिन प्रक्रिया है। ऐसे में इस बात की आशा है कि GPT-4 के द्वारा ये ‍‍कठिनतम कार्य आसानी से निपटाया जा सकता है।

  1. क्या भविष्य बता सकता हैं GPT-4?

रिसर्च में ये भी जानकारी मिली है कि GPT-4 पहले घटित हो चुकी घटनाओं से जुड़े सवालों का अधिकतर सही जवाब दे सकता है। भविष्य के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर देने में GPT-4 असक्षम है।

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ये भविष्य के बारे में कुछ नया बताने के बजाए उस टॉपिक को लेकर जो पहले बातें हुईं हैं, उसी से संबंधित जवाब देता है।

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 Chat Gpt की सीमाएं क्या हैं?

Chat Gpt भले ही सभी तरह के सवालों का जवाब सरलता से दे देता हो, लेकिन इसकी कुछ कुछ सीमाएं भी हैं। ऐसे ही 4 सीमाओं के बारे में हम यहां जानते हैं….

  1. प्रश्नों के उत्तर देने में व्यावहारिक क्षमता की कमी।
  2. प्रश्नों के उत्तर देते समय संदर्भ नहीं बताता है।
  3. भावनात्मक स्थिति को विश्लेषण करने में असफल है।
  4. इसके लिए किसी चीज के प्रसंग को समझना मुश्किल होता है।

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