असम के विधायक मृणाल सैकिया ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों और पशुओं को बचाने के लिए गहरे पानी में उतर कर लोगों की मदद की। बचाव और राहत कार्य में शामिल विधायक के वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं जोकि खूब चर्चा में हैं।
भाजपा विधायक सैकिया एक मोबाइल किचन भी चला रहे हैं, जहां से वह सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों को खाना उपलब्ध करा रहे हैं।
सैकिया ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र में बाढ़ ने तबाही मचाई है। हम आंतरिक स्थानों से फंसे हुए लोगों को बचा रहे हैं।”
यहां देखें वीडियो-
Flood is creating havoc in my constituency..we have been rescuing stranded people from interior places. pic.twitter.com/pNqOTKYuS5
— Mrinal Saikia (@MrinalS66742364) July 12, 2020
एक अन्य वीडियो में, विधायक को गोलाघाट जिले के गोरमोरा गांव में फंसीं बकरियों को बचाने में मदद करते हुए देखा गया। “गांव की अर्थव्यवस्था के लिए लिवस्टॉक्स बहुत महत्वपूर्ण हैं। कई स्थानों से सैकड़ों फंसे बकरियों को बचाते हुए खुशी महसूस हुई,” सैकिया ने ट्वीट किया
Livestocks are very important for village https://t.co/z9F34GuWBa I m happy to save hundreds of stranded goats from many places. pic.twitter.com/dUIaafGypx
— Mrinal Saikia (@MrinalS66742364) July 12, 2020
सैकिया ने फंसे हुए लोगों और पशुधन की मदद करने के लिए नेटिज़न्स से प्रशंसा अर्जित की। एक यूजर ने कहा, “यह वही काम है जो राजनेताओं को करना चाहिए .. मुझे उम्मीद है कि यह आपके साथी राजनेताओं को ऐसा कुछ करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। धन्यवाद सर .. महान काम।” एक अन्य ने लिखा, “बाढ़ से प्रभावित लोगों को बचाने में आपका अथक प्रयास विशेष उल्लेख के योग्य है। धन्य हो।”
This is what politicians should do.. People voted for you and when it’s time you should pay it back.. I hope This will encourage your fellow politicians to follow the suit. Thank you sir.. Great work..
— sujan sen (@sujnsen) July 12, 2020
असम में बाढ़ से 27 जिलों के 22 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 85 लोगों की मौत हो गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) राज्य में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चला रहा है ताकि लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा सके।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए धेमाजी जिले के जोनाई का दौरा किया।