दिल्ली पुलिस ने नवरात्रि के त्योहार के बीच राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़े आतंकी हमले की योजना को नाकाम हुए एक पाकिस्तानी आतंकवादी को गिरफ्तार किया है जो नई दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से अशरफ अली के नाम से एक ‘पीर बाबा’ के रूप में रहता था।
पूछताछ और रिसर्च के बाद इस आतंकवादी से काई बड़े खुलासे निकलकर आए हैं जो हैरान कर देने वाले थे, पुलिस की बयान की माने तों अशरफ 17 साल से भारत में नाम बदलकर रह रहा था और उनका काम युवाओं का ब्रेन बॉस करना था।
खबरों के मुताबिक पुलिस ने आतंकवादी के पास 47 जैसी असॉल्ट राइफलें गोला-बारूद, ग्रेनेड भी बरामद किया है। छानबीन से पता चला कि अशरफ अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है और फर्जी भारतीय आईडी के तहत दिल्ली में रह रहा था। सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि अशरफ भारत में कई जगह रह चुका है जिसमें जम्मू, उधपुर, अजमेर, और लखनऊ जैसी जगहों के नाम शामिल हैं।
Delhi Police Special Cell arrests a terrorist of Pakistani nationality from Ramesh Park, Laxmi Nagar. He was living with a fake ID of an Indian national. One AK-47 assault rifle with one extra magazine and 60 rounds, one hand grenade, 2 sophisticated pistols with 50 rounds seized
— ANI (@ANI) October 12, 2021
अशरफ से पूछताछ में सामने आए कुछ बयान:
Arrested Pakistani terrorist got married, lived as peer baba, planned blasts during festive season: Delhi Police#ITVideo #DelhiPolice #Pakistan #Terrorist pic.twitter.com/c6iI0OINdk
— IndiaToday (@IndiaToday) October 12, 2021
- अशरफ आईएसआई का स्लीपर सेल है जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत नरोला का रहने वाला है। 2004 से अशरफ भारत में पहचान बदल कर रह रहा है।
- वर्ष 2004 में पाकिस्तान के सियालकोट में आईएसआई के हैंडलर नासिर से छह महीने की आतंकी ट्रेनिंग ली थी।
- अशरफ को त्योहारों के बीच हमला करने का जिम्मा सौंफा गया था।
- दिल्ली समेत देश के कई शहरों में आतंकी हमले की साजिश कर रहा अशरफ धर्म के नाम पर भारतीय युवाओं को जिहादी बना रहा था। कहा जा रहा है कि वह पीर मौलवी बनकर घर में घुसता था।
- पूछताछ में सामने आया कि अशरफ अब तक लगभग 13 आईडी बदल चुका है, देश के कई लोगों ने इस काम में उसकी मदद की उसे चंदा दिया। हालांकि अभी किसी का नाम सामने नहीं आया है, आई सेल अभी शुरूआती जांच में लगी हुई है।