भगोड़े खालिस्तान समर्थक (Khalistani Supporter) अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के कड़े प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित करने की तैयारी कर दी है।

‘Amritpal Singh पर डोजियर हो रही तैयार’
एक मीडिया रिपोर्ट में वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि एक संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए हमें निर्णय लेने वाले प्राधिकरण के समक्ष उसे पकड़ने के लिए दस्तावेजी सबूत की आवश्यकता है। साथ ही इसके लिए एक फुलप्रूफ डोजियर की आवश्यकता होती है। जानकारी के अनुसार इस संबंध में गृह मंत्रालय की एक संयुक्त बैठक में निर्णय लिया गया। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पर एक विस्तृत डोजियर तैयार कर रही हैं।
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उत्तर-पूर्वी जेलों में क्यों स्थानांतरित हुए कैदी
“दि ट्रिब्यून” की एक रिपोर्ट के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने अमृतपाल के सहयोगियों को उत्तर-पूर्व और दक्षिणी राज्यों की जेलों में स्थानांतरित करने का सुझाव दिया है। ताकि पंजाब (Punjab) में किसी की भी रिहाई के लिए अजनाला जैसी घटना को अंजाम न दिया जा सके, जहां से थाने पर हमला बोल कर खालिस्तान समर्थक अपने साथी को छुड़ा कर ले गए थे।

‘आत्मघाती हमलों के लिए कर रहा था तैयार’
खुफिया एजेंसियों ने जो डोजियर तैयार किया है। उसके अनुसार वह पूरे पंजाब को दहलाने वाला था। संबंध में अधिकारियों ने कहा है कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह हथियार जमा करने और युवाओं को आत्मघाती हमले करने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों और एक गुरुद्वारे का उपयोग कर रहा था।
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‘Amritpal युवाओं को बना रहा था मानव बम’
विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार एक मोटे डोजियर में दावा किया गया है कि अमृतपाल जो कथित तौर पर पाकिस्तान (Pakistan) के आईएसआई (ISI) और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर पिछले साल दुबई से लौटा था। मुख्य रूप से युवाओं को ‘खाडकू’ या मानव बम बनाने के लिए ब्रेनवॉश करने में लगा हुआ था।