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एलन मस्क को बड़ा झटका, व्हाइट हाउस ने कहा- ब्लू टिक के लिए नहीं देंगे पैसे

Twitter Blue Tick

Twitter Blue Tick: जनता को अधिकारिक जानकारी प्रसारित करने के लिए दुनियाभर के सरकारी विभागों द्वारा अपने वेरिफाइड अकाउंट्स (Verified badge on Twitter) का इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय यानी व्हाइट हाउस (White House) भी यही प्रक्रिय अपनाता है। इससे संबंधित एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि Axios की एक रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस ने पैसे देकर ब्लू टिक लेने से इनकार कर दिया है।

गौरतलब है कि Twitter Blue Tick पूरी दुनिया में सही सूचनाओं के आदान-प्रदान का सटीक माध्यम रहा है। लेकिन जब से ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने ब्लूटिक वेरिफिकेशन की सेवा को पेड करने का फैसला किया है, उसके बाद से अब पहली बार ट्विटर को बड़ी चुनौती मिलने के साथ करारा झटका लगा है।

White House का विरोध

ट्विटर आज 1 अप्रैल से लीगेसी वेरिफाइड ब्लू चेक मार्क को हटाने को तैयार है लेकिन, इस बात से बेपरवाह व्हाइट हाउस ने अपने कर्मचारियों के आधिकारिक Twitter Blue Tick के लिए भुगतान न करने की बात कही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के डिजिटल रणनीति के निदेशक, रॉब फ्लेहर्टी ने ई-मेल से कर्मचारियों को इस संबंध में मेल भी किया है।

twitter blue tick

credit: google

फ्लेहर्टी ने सभी कर्मचारियों से कहा है कि व्हाइट हाउस उनके Twitter Blue Tick का खर्चा वहन नहीं करेगा, हालांकि अगर कर्मचारी चाहें तो अपने निजी खाते यानी पैसे से अपना एकाउंट वेरिफाइड करा सकते हैं।

फेक न्यूज का फिल्टर

सत्यापित और नामित ट्विटर अकाउंट से सूचनाओं की प्रामाणिकता बनाए रखने में मदद मिलती थी। लोग भी वेरिफाइट हैंडल के जरिए मिली सूचना को पुख्ता और प्रामाणिक मानते हैं। ऐसे में अगर बड़े पैमाने पर जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों ने Twitter Blue Tick के लिए पेमेंट करने से इनकार कर दिया तो फेक न्यूज पर कंट्रोल रखने का एक फिल्टर हट सकता है।

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Elon Musk की सोच

हालांकि ट्विटर ने इस फैसले को लेकर कहा है कि व्हाइट हाउस और कुछ सरकारी अधिकारियों जैसे आधिकारिक संगठनों के अकाउंट्स का ग्रे चेक मार्क वेरिफिकेशन जारी रहेगा। आपको बताते चलें कि यूजर्स के वास्तविक खातों की पहचान करने में मदद करने के लिए इस वेरिफाइड ब्लू टिक बैज सुविधा देने की शुरुआत 2009 में हुई थी।

उसके बाद मशहूर हस्तियों, राजनेताओं, मल्टीनेशनल ब्रांड्स और मीडिया हाउस के अलावा सरकारी विभागों के खातों को वेरिफाइड किया जाने लगा था। इसके लिए कंपनी ने कोई फीस नहीं रखी थी। लेकिन, अक्टूबर 2022 में मस्क द्वारा ट्विटर के टेकओवर के बाद पुरानी सत्यापन प्रणाली को भ्रष्ट बताते हुए कहा गया था कि सैकड़ों पुराने वेरिफाइड अकाउंट गलत तरीके से प्रमाणित हुए थे।

Twitter Blue Tick की कीमत

ट्विटर के तहत ब्लू टिक के लिए यूजर्स को हर महीने एक तय राशि देनी होती है। भारत में Twitter Blue Tick सब्सक्रिप्शन की सुविधा कुछ दिन पहले ही लॉन्च हुई है। ट्विटर ब्लू की भारत में मोबाइल के लिए हर महीने 900 रुपये और वेब वर्जन के लिए 650 रुपये चुकाने होंगे।

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