नेपाल के पीएम कोली जिन्होनें कुछ दिन पहले दावा किया था कि असली आयोध्या नेपाल में है भारत में नहीं, साथ ही यह भी दावा किया था कि भगवान श्री राम नेपाल के हैं न कि भारत के। इन्हीं दावों के लेकर भारत में कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं।
हाल ही में वाराणसी से आयी एक घटना में मानसिक रूप से विकलांग एक व्यक्ति को 1000 रूपये देकर उसका सिर मुंडवाया गया और उसके सिर पर श्रीराम लिख दिया गया।
वीडियो में, व्यक्ति को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की आलोचना करते हुए देखा जा सकता है, जिसके सिर पर “जय श्री राम” लिखा हुआ था, और साथ ही उसे जय श्री राम के नारे लगाने पर मजबूर किया गया। वीडियो में पीड़ित को नेपाली में बोलते हुए सुना जा सकता है,
#Nepali Hindu brother attacked by parasitic cult in Banaras. pic.twitter.com/LvnC3eHnqe
— Uprising Panda (@upfrontpanda) July 17, 2020
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दावा किया कि वह नेपाल का नागरिक नहीं है, उसे यह सब करने के लिए 1000 रूपये दिए गये थे।
Varanasi resident was paid to act as Nepali and get his head tonsured, 6 arrested: Police | Track latest news updates here https://t.co/58YXrz9zc6 pic.twitter.com/Pholm4iG8B
— Economic Times (@EconomicTimes) July 19, 2020
शनिवार को आए एक बयान में, वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने कहा, “16 जुलाई की शाम को, अरुण पाठक नामक एक व्यक्ति ने एक वीडियो अपलोड किया था। वीडियो में नेपाल के पीएम कोली और उनके राजनीतिक लोगों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। वीडियो का संज्ञान लिया गया और पुलिस ने इसका मामला दर्ज किया। मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जहां कल चार को गिरफ्तार किया गया था जबकि दो को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। घटनाओं के क्रम में, अरुण पाठक नामक व्यक्ति घटना में मुख्य व्यक्ति के रूप में सामने आया है।”