सख्त लॉकडाउन के कारण 7 दिन तक पूरा इंदौर बंद
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना वायरस के लगातार संक्रमित लोग मिलने के कारण प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए गए, 7 दिन तक सारे इंदौर को किया सील। इस लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर से बाहर निकलने से एकदम मनाही होगी।
जानिए क्या-क्या चीजें होगी बंद ?
पेट्रोल पंप सहित, किराना, सब्जी, और दूध की कोई भी दुकानें नहीं खोली जा सकेगी। आवश्यक चीजों की डिलीवरी की जिम्मेदारी खुद प्रशासन ने ली है। वहीं वाहनों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। लोगों का निकलना भी पूरी तरह से बंद है, घर से बाहर निकालने पर जेल भेजा जाएगा।
क्यों लगाया गया सबसे सख्त लॉकडाउन ?
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में अब तक के सबसे ज्यादा कोरोना संकमित लोग मिलने की वजह से कोरोना की स्थिति को कंट्रोल करने के लिए लॉकडाउन की सख्ति को बढ़ाया गया। वहीं संभागायुक्त और कलेक्टर ने इंदौर के लोगों से अपील करते हुए कहा कि संक्रमण कम्युनिटी में अधिक न फैले इस बात को मध्यनजर रखते हुए लॉकडाउन की सख्ति आवश्यक है। इसका संपर्क तोड़ना भी जरूरी है।
इंदौर से कुल संख्या 75 पर पहुंच जाने के बाद 12 नए कोरोना मामलों में उभरा। 24 मार्च के बाद से, इंदौर के COVID-19 ग्राफ में खतरनाक वृद्धि देखी गई है – शून्य से 63 तक। 17 लोग मंगलवार को सकारात्मक परीक्षण में शामिल हुए, इंदौर में कुल दो दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या 27 से 63 पर पहुंच गई है। इसके बाद सरकार ने इंदौर शहर में सख्त लॉकडाउन की प्रक्रिया चालू की।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 21 दिन की लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी इंदौर शहर में मरीजों के संख्या में तेजी से वृध्दि देखने को मिली कारण एक ही था सरकार के निर्देशों का ठीक से पालन न करना। अगर इंदौर में अकेले कोरोना मरीजों की बात करें तो कोरोना पॉजिटिवस मरीजों की 75 हो गई है। इंदौर जिले के कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि अभी लॉकडाउन का सख्ति से पालन करना आवश्यक है।
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वहीं कलेक्टर ने प्रावधान के तहत लॉकडाउन तोड़ने पर जैल प्रावधान की बात की और बताया कि मैरिज मार्डन को अस्थायी रूप से जैल में तब्दील किया जाएगा। इसलिए लोगों से अपील है कि लॉकडाउन में किसी भी तरह से बाहर नहीं आएं।