Story of Nathan Ellis: आईपीएल 2023 के पिछले मुकाबले में पंजाब किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को हराया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज Nathan Ellis प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे। ओस और राजस्थान के पावर हिटर्स के सामने जब पंजाब के सारे गेंदबाज महंगे साबित होते दिख रहे थे।
तब कप्तान शिखर धवन के लिए Nathan Ellis हीरो बनकर उभरे। Ellis ने कमाल की गेंदबाजी की और अपने कोटे के 4 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट झटके। Nathan Ellis ने जोस बटलर, संजू सैमसन, रियान पराग और देवदत्त पडिक्कल का विकेट हासिल किया।
हालिया कुछ सालों में Nathan Ellis ने अपने प्रदर्शन की वजह से दुनिया की कई क्रिकेट लीग में नाम बनाया है। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई लीग बिग बैश लीग में होबार्ट हरिकेंस और इंग्लैंड की लीग द हंड्रेड में लंदन स्पिरिट्स से खेलने का मौका भी मिला। हालांकि, उनका सफर इतना आसान नहीं रहा है। अपने सपने पूरे करने के लिए उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
Nathan Ellis ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 4 वनडे और 5 टी20 खेले हैं। दोनों ही फॉर्मेट में उन्होंने कुल 20 विकेट लिए हैं। वहीं, ओवरऑल टी20 करियर की अगर बात करें तो Ellis ने 87 मैच में 108 विकेट झटके हैं। वो इस फॉर्मेट में 5 बार 4 विकेट ले चुके हैं।
यही वजह है कि आज उनकी गिनती टी20 के स्पेशलिस्ट गेंदबाजों में होती है। वो अपने छोटे इंटरनेशनल करियर में एक नहीं, बल्कि दो बार पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली का भी शिकार कर चुके हैं। हाल ही में Nathan Ellis ने विशाखापट्टनम वनडे में कोहली को आउट किया था।
ऐसे मिला मौका
छोटा कद का होने के बावजूद नाथन की रफ्तार अच्छी है। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया टीम में उन्हें मौका तब ही मिलता है, जब किसी फर्स्ट चॉइस गेंदबाज या तो चोटिल लगता है या फिर उसे आराम दिया जाता है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में भी Nathan Ellis को इसलिए खेलने का मौका मिला, क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी पेसर कैगिसो रबाडा मैच के लिए तैयार नहीं थे।
फ्रेंचाइजी लीग की बने पसंद
Nathan Ellis के लिए यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने अपने क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए बहुत पापड़ बेले। आधा दर्जन अलग-अलग नौकरियां कीं। हर जगह रिजेक्शन और नाकामी झेली। लेकिन, जुनून और जिद के दम पर पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले और अब दुनियाभर की फ्रेंचाइजी लीग में उन्होंने अपनी धाक जमा ली है।
मजदूरी और सेल्समैन का काम
Nathan Ellis ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अपना संघर्ष साझा किया। उन्होंने बताया, “मैंने बहुत सारे परेशान करने वाले और उबाऊ काम किए हैं। इसमें सुबह-सुबह लोगों के घर के दरवाजे खटखटाना शामिल है। मैंने सेल्समैन का भी काम किया है।यह भयानक था।
क्योंकि आप सुबह-सुबह ही अजनबियों के दरवाजे पर दस्तक देते थे। कई बार ऐसा हुआ कि लोगों ने मेरे मुंह पर दरवाजा बंद कर दिया। इतना ही नहीं, मैंने क्रिकेटर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए कंस्ट्रक्शन वर्कर का काम किया। साथ ही एक स्थान से दूसरी जगह फर्नीचर भी पहुंचाया।
रहना पड़ा घर से दूर
आज 28 साल के Nathan Ellis ने अपनी अलग पहचान बना ली है। लेकिन, क्रिकेटर बनने के लिए उन्होंने काफी कुछ कुर्बान किया। वो शुरू से ही परिवार के साथ रहे हैं। लेकिन, करियर में एक दौर ऐसा भी आया, जब उन्होंने अपने क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए 5 साल सिडनी स्थित अपने घर नहीं गए।
इसे लेकर इस पेसर ने बताया, मैंने जब घर छोड़ा, तब ये बड़ा फैसला था। इस फैसले में माता-पिता ने मेरा पूरा साथ दिया। वो भी चाहते थे कि मैं अपने सपने को पूरा करने के लिए जी-जान से जुट जाऊं। हालांकि, चीजें मेरे प्लान के मुताबिक नहीं हुई। फिर भी परिवार पूरे वक्त में चट्टान की तरह मेरे साथ डटा रहा।
क्रिकेट छोड़ने का बना लिया था मन
2019 में बिना किसी कॉन्ट्रैक्ट के 2 साल क्रिकेट खेलने के बाद, 28 साल के इस गेंदबाज ने इस खेल को छोड़ने का फैसला कर लिया था। जिस दिन Nathan Ellis को घर लौटना था। उसी दिन तस्मानिया के कोच एडम ग्रिफिथ का फोन आया और प्री सीजन में टीम के साथ ट्रेनिंग करने का ऑफर दिया।
फोन कॉल से शुरू हुआ सफर
Nathan Ellis ने उस फोन कॉल को याद करते हुए बताया, “दो क्रिकेट सीज़न खेलने के बाद, मैंने अपना सारा पैसा खर्च कर दिया था। तब तक मेरे सारे दोस्तों का करियर जम चुका था। उनके पास घर था, पैसे थे। मैं भी वापस आकर कुछ और करना चाहता था। मैंने हार मान ली थी।
इसके बाद एलिस ने बताया कि फिर ग्रिफ़िथ ने मुझे बुलाया और बिना किसी वादे के, उन्होंने एक सीजन और खेलने के लिए कहा। मैंने मौका और जोखिम उठाया और इसके बाद जो हुआ, वो इतिहास है। मैं ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के लिए खेला, बल्कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट में भी अच्छा कर पाया।
कहानी में किस्मत कनेक्शन
Nathan Ellis का करियर किस्मत के इर्द गिर्द रहा है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का मौका तब मिला, जब भारत के खिलाफ केन रिचर्डसन चोटिल हुए। राजस्थान के खिलाफ भी रबाडा के मैच के लिए तैयार न होने की स्थिति में ही उन्हें खेलने का मौका मिला था।