लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। लेकिन खबरों की मानें तो इनके के लिए उनसे किराया वसूला जा रहा है।
इसी के चलते काग्रेंस अध्यछ सोनियां गांधी अपने एक बयान में बीजेपी को लेकर निशाना साधा उन्होनें कहा कि विदशों में रहने वाले भारतीयों को मुफ्त में वापस लाया गया और देश में फसे मजदूरों से किराया वसूला जा रहा है। ऐसी स्थिति में, उन्होनें फैसला किया है कि राज्य कांग्रेस कमेटी की प्रत्येक इकाई घर लौटने और आवश्यक कदम उठाने के लिए हर जरूरतमंद मजदूर और श्रमिक की ट्रेन यात्रा की टिकट लागत वहन करेगी।
“हमारे कार्यकर्ता और मजदूर हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान हमारे राष्ट्र की नींव हैं, ”सोनिया गांधी ने कहा।
यह भी जरूर पड़े- केदारनाथ मंदिर को लेकर उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला
उन्होनें अपने बयान में कहा- “जब हमारी सरकार विदेश में फंसे हमारे नागरिकों के लिए मुफ्त हवाई यात्रा की व्यवस्था करके अपनी जिम्मेदारी को पहचान सकती है, जब सरकार एक कार्यक्रम में 100 करोड़ रूपये भोजन और ट्रांसपोर्ट पर खर्च कर सकते हैं जब रे मंत्रालय कोरोना के लिए 151 करोड़ रू दे सकता है तो फिर इस विपदा की घड़ी में मजदूरो से किराया क्यूं वसूला जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक राज्य कांग्रेस कमेटी प्रत्येक जरूरतमंद श्रमिक और प्रवासी मजदूर की रेल यात्रा के लिए लागत वहन करेगी और इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएगी।"
चूंकि राष्ट्रव्यापी महामारी से लड़ने के लिए लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ाया गया था। सरकार ने शुक्रवार से लोगों को उनके घरों में वापस जाने के लिए ट्रेनें चलाना शुरू कर दिया।