प्रदेश में कोरोना की रफ्तार भले ही कम हो गई हो, लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में जिस तरह की चहल-पहल हो रही है। उससे आम लोगोंं के मन में उथल-पुथल मची हुई है। लोगों का शक सीएम शिवराज सिंह चौहान की विदाई को लेकर है।
इसी कारण पिछले कुछ दिनों से वाट्स एप पर शिवराज सिंह चौहान को हटाकर किसी अन्य को सीएम बनाए जाने के मैसेज वायरल हो रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ मैसेजेस में तो नए सीएम की शपथ को लेकर 13 मई की तारीख भी मुकर्रर कर दी गई थी।
इस कारण मची हुई थी हलचल :
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के भोपाल आने के बाद उनका कई नेताओं से लगातार मुलाकात करना शहर के खबरचियों को रास न आया और उन्होंने इसे सीएम शिवराज की विदाई मान लिया। दरअसल बंगाल चुनावों से फ्री होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय जैसे ही भोपाल आए।
उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकातों के बाद सीएम शिवराज के समर्थकों की दिल की धड़कनें बढ़ गईं। दूसरी ओर वीडी शर्मा भी सीएम शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा के साथ बैठकें करते दिखे। इसके बाद तो वायरल मैसेज की होड़ सी लग गई।
शिवराज हमारे सीएम, थे और रहेंगे : मिश्रा
सियासी गलियारों में मची हलचल को लेकर मची अटकलों को खत्म करने के लिए सोमवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय तक को सफाई देना पड़ गई। नरोत्तम मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमारे मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे।
सोशल मीडिया पर चल रही खबरें फेक हैं। वाट्सएप एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसका चांसलर बनने के लिए किसी डिग्री की जरूरत नहीं है। जो खबरें लगातार वायरल हो रही हैं। वो फर्जी हैं।
सीएम पद की दौड़ में नहीं हूं मैं : विजयवर्गीय
बाद में कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि प्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही चलेगा। मैं सीएम पद की दौड़ से बाहर हूं और अभी कहीं और लगा हुआ हूं। राष्ट्रीय महासचिव ने सोशल मीडिया पर मची अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।
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