कृषि कानूनों के विरोध में चालू हुए लगभग दो साल से चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर को तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया ताकि किसान आंदोलन खत्म करते हुए अपने घर जा सकें लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) अभी भी धरने पर है और PM मोदी को एक खुला पत्र लिखकर 6 मांगे कर रहा है।
किसानों ने पीएम मोदी से MSP सहित किसानों की 6 मांगें पूरी करने को कहा है जो कुछ इस प्रकार है।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जमानत: किसानों की पहली मांग है कि उत्पादन की व्यापक लागत के आधार पर एमएसपी को सभी कृषि उत्पादों के लिए सभी किसानों का कानूनी अधिकार बनाया जाना चाहिए, ताकि देश के प्रत्येक किसान को अपनी फसल अपने दाम पर बेचने का हक हो।
- केंद्र द्वारा प्रस्तावित “बिजली संशोधन विधेयक, 2020/2021″ के कुछ नियमों को वापस लेना: किसानों का कहना है कि सरकार ने वादा किया था कि इस बिजली संशोधन बि को वापस ले लिया जाएगा, यह अभी भी पेडिंग हे।
- “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग अधिनियम 2021” में किसानों पर दंडात्मक प्रावधानों को हटाना: एसकेएम ने मांग की है कि सरकार को अधिनियम की धारा 15 को हटाना चाहिए जो किसानों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की संभावना की अनुमति देता है। पराली जलाने का मामला
- किसानों के खिलाफ आपराधिक मामलों की वापसी: दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में आंदोलन (जून 2020 से अब तक) के दौरान हजारों किसानों को सैकड़ों मामलों में फंसाया गया है। अब किसानों की मांग है कि इन मामलों को तुरंत वापस लिया जाए।
- लखीमपुर कांड में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को उनके पद से बर्खास्त और गिरफ्तार करना।
- विरोध के दौरान शहीद हुए कथित 700 किसानों के लिए सिंघू में शहीद स्मारक के निर्माण के लिए भूमि, साथ ही परिवारों को मुआवजा मिलना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने आज प्रधानमंत्री को खुला पत्र भेजा है।
➡️ विषय: राष्ट्र के नाम आपका संदेश और आपके नाम किसानों का संदेश
पत्र में लाभकारी एमएसपी की गारंटी के लिए केंद्रीय कानून सहित किसान आंदोलन की लंबित मांगों को उठाया गया है।#FarmLaws #FarmersProtest
पूरा पत्रः pic.twitter.com/ds2MU7okqn— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) November 21, 2021
किसान 29 नंबवर तक अपना आंदोलन जारी रखेगें अगर उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो वे इस आंदोलन को और भी आगे बढ़ायेगें।
यह भी जरूर पढें – प्रधानमंत्री का देश के नाम संबोधन: तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया गया, छोटे किसानों के लिए इन बड़ी योजनाओं की घोषणा: