शनिवार को दोनों ने प्रयागराज से आगे चित्रकूट तक की साइकिल यात्रा शुरू की। इस अवसर पर संगम क्षेत्र में तीर्थ पुरोहित गणों एवं जय त्रिवेणी जय प्रयाग सेवा समिति के सदस्यों ने दोनों का स्वागत किया। सभी पर्यावरण प्रेमियों ने इस अवसर पर ईश्वर और मां गंगा से प्रार्थना की कि दोनों नव युवकों को उनके अभियान में सफलता मिले।
दोनों का प्रयास सत्याग्रह के समान :
वहीं कुछ संपदाओं के लालच में एक बार फिर ऑक्सीजन के स्रोत लाखों पेड़ो को काटने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में इन दोनों जवानों का मिशन कहीं न कहीं राष्ट्रहित मे किए जा रहे सत्याग्रह के समान है और यह हजारों लोगों को बल प्रदान करता है, जो इस सत्याग्रह में अपना योगदान दे रहे हैं।
मानव जीवन को सुरक्षित रखने पर्यावरण बचाने की जरूरत :
इस अवसर पर पं. राजेन्द्र पालीवाल ने कहा कि आज पर्यावरण को प्रभावित करने का ही परिणाम है कि पूरी दुनिया में कोरोना जैसी महामारी फैली है। यदि आज भी सरकार ने नहीं सोचा और पर्यावरण को बचाने का प्रयास नहीं किया तो ऐसी आपदा आएगी कि भविष्य में मानव जीवन को सुरक्षित रखना कठिन हो जाएगा।
प्रदीप पान्डेय ने कहा कि पर्यावरण के साथ नदी विशेष कर गंगा नदी को भी सुरक्षित करना हम सभी का दायित्व है। इस अभियान में पर्यावरण व नदी संरक्षण भी जोड़कर आगे अभियान में विषय रखें। इस अवसर पर हरिशंकर तिवारी, चंकी तिवारी, विपिन, उत्सव पाठक, प्रवीण केसरवानी, आनंद निषाद, राजेश तिवारी, दिनेश तिवारी सहित कई पर्यावरणप्रेमी मौजूद थे।