महाराष्ट्र में हुई मॉब लिंचिंग घटना से हम सभी भलिभॉंति परिचित है, पालघर में हुई दो साधुओं की हत्या के बाद 115 आरोपियों में को हिरासत में लिया गया था। खबरों के मुताबिक इन्हीं आरोपियों में इस एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस मामलें की पुष्टि करते हुए मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. दिनकर गावित ने बताया कि पालघर मॉब लिचिंग की घटना में हिरासत में लिए गए आरोपियों में से 55 साल के एक आरोपी को कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाया गया।
खबरों की माने तो यह आरोपी 43 लोगों के संपर्क में आ चुका है जिनमें पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। जिन्हें भी क्वारंटाइन किया जा रहा है।उसी के साथ उनकी जांच भी की जा रही है।
कोरोना संक्रमण व्यक्ति के संपर्क में आए सभी आरोपियों को अलग अलग रखने की कोशिश की जा रही है जिससे कोरोना संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
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एक अन्य घटनाक्रम में, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (1 मई) को महाराष्ट्र सरकार को पालघर लिंचिंग घटना की जांच पर स्थिति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। याचिका में आरोप लगाया गया कि यह घटना पुलिस की ओर से विफल रही क्योंकि लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन के कारण इलाके में भीड़ जमा हो गई थी। जांच पर रोक लगाने से इनकार करते हुए, शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता को याचिका की एक प्रति महाराष्ट्र के स्थायी वकील को देने के लिए कहा।
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यह घटना 16 अप्रैल को गडचिंचल गांव में हुई जब दोनों भिक्षु एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक ड्राइवर के साथ कार से मुंबई से सूरत की ओर जा रहे थे। ग्रामीणों की भीड़ ने उन्हें रोक लिया और उन्हें संदेह के आधार पर पीट-पीटकर मार डाला कि वे चोर थे, यहां तक कि कुछ पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंच गए थे।
कुछ आरोपी बाद में गांव के आसपास घने जंगल में भाग गए। एक अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने उनको पकड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया।