राजधानी के उपनगर संत हिरदाराम नगर में भी कोरोना दिन प्रतिदिन हर घर तक अपनी पकड़ बनाता जा रहा है। इस कारण यहां के प्रमुख अस्पताल सिविल हॉस्पिटल में रोजाना सौ से ज्यादा लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंच रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने के बाद भी प्रशासन सिविल हॉस्पिटल में अब तक जरूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा सका है।
इन सबसे खफा हुजूर से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपनी ही सरकार में प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए पत्र लिखा है कि यदि संत हिरदाराम नगर के सिविल हॉस्पिटल में यदि 10 मई तक जरूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं, तो 11 मई से वे धरने पर बैठ जाएंगे। भाजपा विधायक ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को पत्र लिखते हुए कहा है कि यदि तमाम सुविधाओं के बाद भी लोग सड़क पर दम तोड़ दें, तो आपकी कलेक्टरी और मेरी विधायकी व्यर्थ है।
शहर के अन्य अस्पतालों में सुविधाएं तो संत नगर में क्यों नहीं :
विधायक ने अपने खत में सख्त रुख अपनाते हुए लिखा है कि जब शहर के खान साकिर अली खान, रसूल अहमद सिद्दीकी और जवाहर लाल नेहरू अस्पताल (डीआईजी बंगले)में यदि 10 दिन में ऑक्सीजन की व्यवस्था हो गई तो, 3 लाख की आबादी वाले बैरागढ़ की उपेक्षा क्यों? इस दौरान उन्होंने 19 अप्रैल को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ अपने और कलेक्टर के दौरे का भी जिक्र किया है।
अव्यवस्थाओं से व्यथित विधायक ने इस दौरान खत में ये तक लिख दिया कि विधायक निधि के बाद और जरूरत पड़ने पर वे भीख तक मांग सकते हैं। साथ ही एक मजदूर के रूप में भी उनकी सेवाएं ली जा सकती हैं।
आईनॉक्स के प्रबंधक को भी लिख चुके है खत :
इस खत के अलावा विधायक ने एक अन्य खत भी जारी किया है, जो विधायक ने गोविंदपुरा स्थित आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट के नाम लिखा है। जिसमें उन्होंने कंपनी को सिविल अस्पताल में 200 बेड के लिए ऑक्सीजन के टैंक की व्यवस्था करने को कहा है। लेकिन फिलहाल अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पाई है। जबकि अस्पताल में आईसीयू और वेंटीलेटर तक की सुविधाएं मौजूद हैं। इन व्यवस्थाओं के बाद भी ऑक्सीजन के अभाव में हुजूर क्षेत्र के लोग रोजाना दम तोड़ रहे हैं। इसी को लेकर विधायक ने चिंता जताई है।
इसके पहले कल शाम हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में भी विधायक ने संत हिरदाराम नगर का मुद्दा उठाया था। लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद थे। इसी से व्यथित होकर विधायक ने कलेक्टर को सख्त लहजे में खत लिखा है।