Meta Crisis: फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप्प की पैरेंट कंपनी Meta ने 14 मार्च को 10 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया है। इससे पहले नवंबर-2022 में कंपनी ने छटनी की थी।
CEO मार्क जुकरबर्ग ने किया का एलान
मेटा ने पहले पूरी वर्कफोर्स का 13% यानि 11,000 कर्मचारियों को निकाल दिया था। ये कंपनी के 18 साल के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी थी। CEO मार्क जुकरबर्ग ने इसकी वजह गलत फैसलों से रेवेन्यू में आई गिरावट को बताया था।
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‘संकट का दौर खिंचेगा लंबा’
जुकरबर्ग ने कहा, ‘ कंपनी की कमाई में गिरावट के लिए अमेरिका में बढ़ी ब्याज दरें, दुनिया में अस्थिरता और रेग्युलेटरी लॉ में बढ़ोतरी जिम्मेदार हैं। जुकरबर्ग ने मैसेज में कहा, ‘मेरे ख्याल से हमें नई आर्थिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि ये दौर थोड़ा लंबा खिचने वाला है।’
‘अप्रैल में शुरू होगी छटनी’
जुकरबर्ग ने कहा, ‘वो सबसे पहले कंपनी की रेक्रूटमेंट टीम को बताएंगे कि किसकी नौकरी गई है और किसकी बची है। जुकरबर्ग ने कहा है कि ये बात बुधवार तक साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि अप्रैल में टेक्निकल ग्रुप्स में री-स्ट्रक्चरिंग और छंटनी शुरू हो जाएगी और मई में बिजनेस ग्रुप्स को प्रभावित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।’
‘META की प्रक्रिया 2023 तक होगी पूरी’
जुकरबर्ग ने कर्मचारियों को दिए मैसेज में लिखा, ‘कुछ मामलों में हम Meta की सारी प्रक्रिया साल के अंत तक ही पूरी कर लेंगे। इंटरनेशनल टीमों के लिए टाइमलाइन कुछ अलग होगी। इसके बारे में लोकल लीडर जानकारी शेयर करेगा।”
जानें क्यों आई META पर संकट
मार्क ने कहा था, ‘कोविड की शुरुआत में, दुनिया तेजी से ऑनलाइन हो गई और ई-कॉमर्स के बढ़ने से रेवेन्यू में इजाफा हुआ। कई लोगों ने प्रिडिक्ट किया कि यह बढ़ोतरी स्थायी होगी जो महामारी खत्म होने के बाद भी जारी रहेगी। मैंने भी यही सोचा, इसलिए मैंने अपने इन्वेस्टमेंट में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया। दुर्भाग्य से, यह मेरी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा।
‘META संकट की लेता हूं जिम्मेदारी’
न केवल ऑनलाइन कॉमर्स पहले के ट्रेंड पर लौट आया है, बल्कि मैक्रोइकोनॉमिक डाउनटर्न, कॉम्पिटिशन और कम विज्ञापन के कारण रेवेन्यू मेरी अपेक्षा से कम हो गया है। मुझसे ये गलती हुई और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। इस नए माहौल में, हमें और अधिक पूंजी कुशल बनने की जरूरत है। हमने संसाधनों को हाई प्रायोरिटी ग्रोथ एरिया में शिफ्ट कर दिया है।
‘META के लिए लॉन्ग टर्म विजन’
AI डिस्कवरी इंजन, एडवर्टाइजमेंट और बिजनेस प्लेटफॉर्म और Meta के लिए हमारा लॉन्ग टर्म विजन है। हमने बिजनेस की लागत में कटौती की है, जिसमें बजट कम करना, भत्तों को कम करना और रियल एस्टेट फुट प्रिंट को कम करना शामिल है। हम अपनी एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए टीमों का पुनर्गठन कर रहे हैं। लेकिन ये उपाय अकेले हमारे खर्चों को हमारी रेवेन्यू ग्रोथ के अनुरूप नहीं लाएंगे, इसलिए मैंने लोगों को जाने देने का कठिन निर्णय भी लिया है।’
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एक्शन होगी Meta संकट कम करने में मददगार
Meta- मेटावर्स एक आभासी दुनिया है जहां यूजर अपने स्वयं के अवतार बना सकते हैं। लॉ अडॉप्टेशन रेट और महंगे R&D के कारण कंपनी को लगातार घाटा हुआ है। छंटनी से कंपनी का वित्तीय संकट कुछ हद तक कम होने की उम्मीद है।