Wayanad Landslides News: केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। इसमें 4 गांव बह गए। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। वायनाड में दलदल में फंसी महिला जोर-जोर से रो रही थी और कह रही थी कि कोई आकर हमारी मदद करे और हमने अपने घर को खो दिया है। हमें नहीं पता कि नौशीन के परिवार को कोई भी सदस्य जिंदा है या नहीं। उसका मुंह कीचड़ और रेत से भरा है और कोई उसे बचा ले।
IMD का अलर्ट, रेस्क्यू में आ सकती है दिक्कत
मौसम विभाग (IMD) ने आज भी वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम और कसारागोड़ में बारिश(Wayanad Landslides News) को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। मतलब यहां आज भी तेज बारिश होने का अनुमान है। अगर तेज बारिश होती रही तो रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है।
अब तक कितने लोगों की जान गई(Wayanad Landslides News)
वायनाड जिले में हुई लैंडस्लाइड में अब तक कुल 84 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा चालियार नदी में बहकर आए 9 शव भी बरामद किए गए हैं। मृतकों की शिनाख्त और पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल(Wayanad Landslides News) में भेजा गया है। इस बात की जानकारी जिले के कलेक्टर मेघश्री डीआर ने दी है।
250 सदस्यों की टीम बचाव अभियान में शामिल
वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में सिविल डिफेंस, एनडीआरएफ और स्थानीय टीम के करीब 250 सदस्य जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ(NDRF) की और भी टीम मौके पर भेजी गई हैं। केएसडीएमए(KSDMA) ने एक फेसबुक पोस्ट पर बताया कि कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने के लिए निर्देश दिया गया है। प्रभावित इलाकों के स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। बता दें केरल के वायनाड में करीब 84 लोगों की जान जाने के बाद में राज्य सरकार ने आज और कल राज्य में आधिकारिक शोक की घोषणा की है।
केरल में बाढ़ का खतरा क्यों है?
केरल में पिछले 100 वर्षों में बड़े पैमाने पर वनों की कटाई, अनियंत्रित(Wayanad Landslides News) निर्माण और अंधाधुंध खनन हुआ है, जिसके कारण भूस्खलन हुआ है और जलमार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी खराब हो गई है। केरल से सटे इलाकों के लगभग सभी 80 बांध पानी से लबालब भर गए हैं।
भूस्खलन हमेशा बरसात की वजह से नहीं होता है
खास बात ये है कि भूस्खलन हमेशा बरसात की वजह से नहीं होता है, कभी-कभी इसके पीछे कारण भूकंप, खनन, सड़क निर्माण या ज्वालामुखी (Volcano) विस्फोट होता है, इसकी वजह से जाम-माल को काफी हानि होती है।
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