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Inflation in india: रिटेल महंगाई के आंकड़े होंगे जारी, आसानी से जानें महंगाई का फैक्टर!!

Inflation in india

Inflation in india: मार्च का महीना चल रहा है और इसी के साथ गर्मियों की भी शुरुआत हो गई है। मार्च में रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। बीते एक साल में यानी 10 अप्रैल 2022 से 10 अप्रैल 2023 के बीच घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 150 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है।

गैस की फिलहाल कीमत 1100 रुपए के पार निकल गई है। इसके अलावा दिल्ली में तुअर दाल 103 रुपए से बढ़कर 128 रुपए किलो पर पहुंच गई है। वहीं मुंबई में भाव 110 रुपए से 139 रुपए पर पहुंच गए हैं।

इसी प्रकार से हम देख सकते हैं कि देश में महंगाई की मार झेल रहे लोगों की हालत पर क्या असर हो रहा है। बता दें कि हर रोज इस्तेमाल होने वाले घरेलू सामानों की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिला है।

इनमें दूध, दाल और चावल के अलावा अन्य चीजें भी शामिल हैं। हालांकि पेट्रोल-डीजल और सोयाबीन तेल में थोड़ी राहत देखने को मिली है। (Inflation in india)

महंगाई बढ़ने की वजह

अगर आसान भाषा में समझा जाए तो महंगाई का मतलब आपके द्वारा कमाए गए रुपयों की कीमत कम होना है। इसे हम इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि महंगाई 7% है, तो आपके कमाए 100 रुपए का मूल्य 93 रुपए होगा।

Inflation in india

ऐसे कई फैक्टर हैं, जो किसी अर्थव्यवस्था में कीमतों को बढा़ सकते हैं। आमतौर पर महंगाई प्रोडक्शन की वैल्यू बढ़ने, वस्तु और सेवा की मांग में तेजी और सप्लाई में कमी के कारण होती है। (Inflation in india)

महंगाई बढ़ने की ये वजह होती हैं

डिमांड पुल इन्फ्लेशन तब होती है, जब कोई वस्तु और सेवा की मांग अचानक से बढ़ जाती है। इसके विपरीत कॉस्ट पुल इन्फ्लेशन तब होती है, जब मटेरियल कॉस्ट बढ़ती है। (Inflation in india)

Inflation in india

कुछ अर्थशास्त्री सैलरी में तेज वृध्दि को भी महंगाई की वजह मानते हैं। इससे प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ती है। सरकार की पॉलिसी से भी कॉस्ट पुश या डिमांड पुल इन्फ्लेमेशन हो सकती है। (Inflation in india)

इसलिए सही पॉलिसी जरूरी है। कई देश डॉलर के मुकाबले करेंसी का कमजोर होने को भी महंगाई का वजह मानते हैं।

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