Top News

देश को जल्द ही मिलेंगी 5 नई कोरोना वैक्सीन, ट्रायल की मंजूरी मिलते ही शुरू होगा वैक्सीनेशन ड्राइव

पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा दिया है। दूसरी लहर ने पुराने सारे रिकॉर्ड धवस्त कर संक्रमितों की संख्या 1.25 लाख के पार पहुंचा दिया है और अब रोजाना होने वाली मौतों की संख्या भी सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है।

दिन भर चलने वाली नकारात्मक खबरों के बीच अब उम्मीद की किरणें भी दिखने लगी हैं। जहां सरकार द्वारा कोविशील्ड और कोवैक्सीन के जरिए पूरे देश में वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया जा रहा है। वहीं ऐसी भी खबरें हैं कि आने वाले कुछ महीनों में 5 नई वैक्सीन को भी सरकार द्वारा मंजूरी दी जा सकती है। जिसके बाद वैक्सीन लगाने का काम और तेज गति से पूरा किया जाएगा।

हालांकि देश में अभी 20 अलग-अलग कंपनियां अपनी वैक्सीन को पेश करने जा रही हैं। लेकिन 5 वैक्सीन जल्दी ही भारत को मिल सकती हैं। तो आइए जानते हैं कौन सी हैं वो 5 वैक्सीन जो जल्द ही भारत को मिलने वाली हैं।

1. स्पूतनिक-वी :

स्पूतनिक-वी एक रशियन वैक्सीन है। लेकिन भारत में इसे ही तीसरी कोरोना वैक्सीन होने का दर्जा मिल सकता है। भारत में इसे। डॉ. रेड्डीज द्वारा तैयार किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो डॉ. रेड्डीज ने केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन को इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मांगी है।

ऐसी जानकारी है कि इस रूसी वैक्सीन को अगले 10 दिन में इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। इसकी सप्लाई जून से मिलने की पूरी उम्मीद है।

2. जायडस कैडिला और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन :

इसके अलावा दो विभिन्न वैक्सीन का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसमें एक वैक्सीन का निर्माण देश की अग्रणी दवा निर्माता कंपनी जायडस कैडिला कर रही है। विशेषज्ञों की मानें तो ये वैक्सीन भी देश के वैक्सीनेशन ड्राइव को तेजी से आगे बढ़ाएगी। कंपनी की मानें तो इस वैक्सीन की सप्लाई अगस्त के मध्य या अंत तक मिलना शुरू हो जाएगी। 

वहीं दूसरी वैक्सीन जो अगस्त के अंत तक मिल सकती है, वो अंतर्राष्ट्रीय दवा निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन है। इसके आने के बाद देश में कोरोना से बचाव के लिए तेजी से वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया जाएगा। 

3. नोवावैक्स :

इसके अलावा नोवावैक्स वैक्सीन के नाम से भी एक नवीन वैक्सीन भारत को मिल सकती है। जिसकी सप्लाई सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक इस वैक्सीन के 200 करोड़ डोज भारत में बनाए जाएंगे। जिसे पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में बनाया जाएगा। इसे एक क्रांतिकारी वैक्सीन माना जा रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट की मानें तो 2024 तक नोवावैक्स दुनिया के हर इंसान को लगा दी जाएगी। साथ ही ये वैक्सीन कोरोना के यूके वैरियेंट पर भी कारगर है।

4. इंट्रानेजल वैक्सीन :

इसके अलावा एक इंट्रानेजल वैक्सीन को भी तैयार किया जा रहा है। अब तक जो भी वैक्सीन है, उन्हें हाथ से इंजेक्ट किया जा रहा है। लेकिन ये वैक्सीन नाक के रास्ते दी जाएगी। इसकी सप्लाई अक्टूबर से देशभर में शुरू हो सकती है। इसका निर्माण भी कोवैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक ने ही तैयार किया है। इस वैक्सीन का ट्रायल पुणे और नागपुर में किया जा रहा है। आने वाले कुछ महीनों में इसे इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है।

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp