Bhatinda Army Station Firing: Bhatinda मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह हुई भयंकर फायरिंग से जुड़ी घटना को लेकर कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आये है। हमला सुबह 4:35 बजे हुआ था। जब जवान गहरी नींद में सो रहे थे। हमले करने वाले दो व्यक्ति थे, जो फायरिंग के तुरंत बाद जंगल की ओर भागे थे।
घटना को पूरे 24 घंटे से ज्यादा का समय हो चूका है लेकिन अभी तक आरोपियों का पता नहीं चल पाया है। इसी के साथ बुधवार को सुबह हुए हमले के बाद दोपहर में Bhatinda Army Station में तैनात जवान की भी मृत्यु हो गई। इस पूरे मामले से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आये आये। जानिए इस पूरे मामले से जुड़ी खास जानकारी।
1. कौन है आरोपी ?
बताया जा रहा है कि आरोपी अंदर का ही कोई व्यक्ति है। अमलावरो की संख्या 2 थी। सुबह 4:35 बजे दो हमलावर जंगल तरफ से आर्मी कैंट में दाखिल हुए और मेस में सो रहे 4 जवानो पर गोलीबारी की। जिसके तुरंत बाद वापस जंगल की ओर भाग गए। जिस राइफल से जवानो पर हमला किया गया वो ज्यादातर आर्मी वालो के पास ही पाई जाती है। हत्या के लिए आरोपियों ने इंसास राइफल का प्रयोग किया था।
2. इंसास राइफल से हुई थी Bhatinda Army Station के जवानो की हत्या
बताया जा रहा है आरोपियों ने हत्या के लिए इंसास राइफल का प्रयोग किया था। विशेषज्ञों के अनुसार इसका आमतौर पर आर्मी वाले ही करते है। इसे बिना प्रशिक्षण के कोई भी नहीं चला सकता। इसका मतलब ये हो सकता है कि हमलावर अंदर का ही कोई व्यक्ति हो।
हमलावरों ने चारो जवानो को 3 से ज्यादा गोलिया मारी है। बुधवार शाम पोस्टमार्टम से इस बात कि जानकारी मिली है। बता दे हमलावरों ने हथियार के रूप में राइफल के अलावा कुल्हाड़ी भी अपने साथ में रखी थी। फ़िलहाल पुलिस ने दोनों अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है।
3. इन जवानो की हुई मृत्यु
घटना में मरने वाले जवानो की पहचान सामने आ गई है। Bhatinda Army Station Firing मे मरे चारो जवान लगभग 24 से 25 वर्ष की आयु वाले थे। इनके नाम कमलेश आर (24), सागर बन्ने (25), संतोष एम नागराल (25) और योगेश कुमार जे. (24) है। चारो करीब 3 से 4 साल तक सेना में कार्यरत थे।
इसके अलावा बुधवार 12 अप्रैल की दोपहर को Bhatinda मिल्ट्री स्टेशन में तैनात एक जवान की गोली लगने से मृत्यु हुई थी। जिसकी कोई निजी जानकरी अब तक सामने नहीं आई है। बता दे पुलिस इस घटना को बुधवार सुबह हुई गोलीबारी की घटना से अलग बता रही है। इन दोनों घटना का आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है।
4. दो दिन पहली हुए थे हथियार चोरी
- बता दे की Bhatinda Army Station मे हुई घटना के दो दिन पहले ही कैंट से हथियार चोरी हुए थे। जिसमे कुछ राइफल और कारतूस की चोरी की गयी थी।
- इसी के साथ आरोपी Bhatinda Army Station में राइफल के साथ दाखिल हुए थे। किसी भी बाहरी व्यक्ति का कैंट में हथियार के साथ प्रवेश करना मुमकिन नहीं है। यह एक मुख्य कारण है कि इस पूरी घटना के पीछे किसी अंदर वाले हाथ बताया जा रहा है।
- पंजाब पुलिस इस मामले की अच्छे से तहकीकात कर रही है। पुलिस अब तक हेलीकाप्टर और ड्रोन की सहायता से जंगल का कोना कोना छान मारा है। लेकिन कोई ठोस सबूत अब तक सामने नहीं आया है।
- पंजाब पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियो ने पहले पूरे कैंट कि अच्छे से जाँच की होगी। पूरी तैयारी और जानकरी के बाद ही हमले की योजना बनाई गई। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों आरोपी घटना से पहले जंगल में छुपे रहे होंगे।
5. घटना के बाद पूरे शहर में है अफरातफरी का माहौल
इस घटना के बाद Bhatinda में लोगो में दहशत का माहौल छाया है। लोगो में इस बात को जानने की जिज्ञासा भी रही की ये घटना क्यों और कैसे घटी ? इस घटना के बाद कैंट के आस पास का माहौल काफी सख्त है। पंजाब पुलिस के एसपी, डीएसपी को भी कैंट में अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया था। काफी समय इंतज़ार के बाद उन्हें जब अंदर जाने की अनुमति मिली तो उनके फ़ोन बाहर ही रख लिए गए थे। इस घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में नका बंदी कर दी है।