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Benefits of Wearing A Copper Ring: तांबे की अंगूठी पहनने से होते है ये 5 जादुई लाभ

Benefits of Wearing A Copper Ring: भारत में प्रचीन समय से तांबे की अंगूठी पहनने की परंपरा चलती आ रही है। ज्योतिष शास्त्र में तांबा को सूर्य और मंगल का धातु भी कहा जाता है। इस धातु का इस्तेमाल लोग अपने घरों में पूजा-पाठ के लिए भी करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम अपने आस-पास मौजूद कुछ लोगों के हाथों में तांबे की अंगूठी को पहने देख खुद भी पहनना शुरू कर देते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे नेगेटिव प्रभाव भी पड़ सकता है।

तांबे की अंगूठी कौन सी उंगली में पहननी चाहिए?

तांबे की अंगूठी को सूर्य की उंगली यानी रिंग फिंगर में पहननी चाहिए क्योंकि उससे आपकी कुंडली में जो सूर्यं से संबंधित दोष होते हैं उसका प्रभाव कम होने लगता है।

तांबे की रिंग पहनने से क्या होता है?

तांबे की अंगूठी पहनने से व्यक्ति को समाज में पद, प्रतिष्ठा और सम्मान मिलने लगता है। साथ ही इंसान को गुस्सा भी कम आता है। आयुर्वेद के अनुसार, तांबे की अंगूठी पहनने से पेट संबंधित बीमारी- एसीडिटी, पेट दर्द जैसी समस्याएं से छुटकारा मिलता है।

तांबे का कड़ा कब और कैसे पहने?

दाहिने हाथ में मंगलवार के दिन तांबे कड़ा बनवाना चाहिए और शनिवार के दिन इस कड़े को खरीद कर हनुमान मंदिर में बजरंगबली के चरणों पर रखकर दें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद कड़े में हनुमानजी का थोड़ा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति को पहना दें। कड़ा हनुमानजी का आशीर्वाद होता है इसलिए इसकी पवित्रता का ध्यान जरूर रखें।

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तांबे कीअंगूठी पहनने के फायदे? Benefits of Wearing A Copper Ring

विशेषज्ञों की मानें तो तांबे के बर्तन में पानी-पीने के अनेकों फायदे हैं। जबकि तांबे के ब्रेसलेट या अंगूठी पहनने के भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं। ये धातु कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है। इससे पहले लोग ग्रहों के प्रभाव को पॉजिटिव रखने के लिए तांबे के आभूषण पहनते थे। हालांकि, अब लोग हेल्थ ठीक करने लिए भी इसे पहनते हैं। अगर आपको इसके फायदे नहीं पता है तो आइए जानते हैं-

  1. गठिया रोग में फायदेमंद-

तांबा गठिया रोग में बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। तांबे के ब्रेसलेट या अंगूठी को हाथ या पैर में पहने जा सकता है।

  1. दिल की बीमारियों में उपयोगी-

डॉक्टर्स की मानें तो शरीर में तांबे की कमी से एओर्टिक ऐन्यरिज़म जैसी खतरनाक बीमारी हो जाती है। इसमें नसों का फटने का खतरा अधिक रहता है। जबकि नसों से रक्त निकलने का भी डर रहता है। साथ ही शरीर में तांबे की कमी से शरीर में ख़राब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। ऐसे में तांबे की कमी दूर करने के लिए तांबे से निर्मित आभूषण जरूर पहनने चाहिए।

  1. एनीमिया में भी लाभदायक-

तांबे के आभूषणों को पहनने से ऑयरन की कमी दूर होती है। ऐसा माना जाता है कि इसमें जस्ता के साथ-साथ अन्य खनिज पाए जाते हैं जो ऑयरन की कमी से होने वाली एनीमिया रोग में फायदेमंद होते हैं। इसलिए एनीमिया के मरीज को तांबे के ब्रेसलेट और अंगूठी जरूर पहनना चाहिए।

  1. हड्डियों को बनाता है मजबूत-

तांबे का कंगन उन लोगों में लोकप्रिय होता है जो हड्डियों और जोड़ों से संबंधित विभिन्न समस्याओं से पीड़ित हैं। यह हड्डियों को ठीक और मजबूत करने के साथ-साथ उनसे संबंधित बीमारियों को भी ठीक करता है। यह जोड़ों के दर्द में भी आराम प्रदान करता है और साथ ही ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थिराइटिस जैसी पुरानी परेशानियों से भी छुटकारा दिलाता है।

  1. हीमोग्लोबिन बढ़ाता है-

तांबा हीमोग्लोबिन बनाने वाले एंजाइमों को ट्रिगर करता है, जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है। इसके साथ ही ये खून को शुद्ध करता है। जबकि ये बढ़ती उम्र के असर को भी कम करता है। अगर आपको एलर्जी की शिकायत है तो तांबे से निर्मित आभूषण न पहनें।

  1. हार्मोन्स में आता है सुधार-

तांबे को यूज करने से शरीर शुद्ध रहता है क्योंकि इसके पहनने से शरीर से सारा विष बाहर निकल जाता है। यह पाचन तंत्र समेत पेट की समस्याओं से भी निजात दिलाता है। इससे नाभि और हार्मोन्य की समस्या में भी सुधार होता है।

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