दुनिया के सात अजूबों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। जिनमें से एक है मिस्र में बना ग्रेट गीजा पिरामिड। क्या होते हैं ये पिरामिड..? पिरामिड यानि ममी। एक कहावत है कि ‘इंसान समय से डरता है और समय पिरामिड से डरता है’ भारत की तरह ही मिस्र की सभ्यता भी बेहद प्राचीन मानी जाती है। जहां मिस्र में राजाओं के शव को पिरामिड में रखा जाता था। जिसमें की उनके शव के साथ खाना, पानी, कपड़े, गहनें और हथियार, जानवर और कभी-कभी तो उनके सेवक-सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था।
वैसे तो मिस्र में कई पिरामिड हैं लेकिन काहिरा के उपनगर गीज़ा में केवल तीन ही पिरामिड हैं। जिसमें की गिजा का ‘ग्रेट पिरामिड’ ही प्राचीन विश्व के सात अजूबों की सूची में शामिल है।
आखिर क्या खासियत है ग्रेट गीजा पिरामिड में..?
- गीजा पिरामिड दुनिया के सात अजूबों में से एक है।
- यह पिरामिड दुनिया का सबसे पुराना माना जाता है।
- यह पिरामिड दुनिया की सबसे ऊंची बनावटों में से भी एक माना जाता है।
- ग्रेट पिरामिड का तापमान हमेशा स्थिर और पृथ्वी के औसत तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के बराबर रहता है क्योंकि इसमें पत्थरों का प्रयोग कुछ इस तरह ही किया गया है।
- ग्रेट पिरामिड से भविष्य की गणना भी की जा सकती है इसलिए इसको गणित की जन्मकुंडली भी कहा जाता है।
- कुछ लोग पिरामिडों में जादुई असर होने की भी बात करते हैं, जो इंसानों के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव डालता है।
- इस पिरामिड को बने लगभग 45 सदियां बीत चुकी है लेकिन आज भी ये पिरामिड वैसा ही दिखता है।
- पिरामिड ऑफ गीजा को मिस्र के महान शासक फराओ कुफू ने बनवाया था।
- पिरामिड में नींव के चारों कोने के पत्थरों में बॉल और सॉकेट बनाए गए हैं। जिससे कि ऊष्मा से होने वाले प्रसार और भूंकप से सुरक्षित रहे।
पिरामिड से जुड़े कुछ अनसुलझे तथ्य- Unknown Facts about pyramids
- इतिहासकार मानते हैं कि पिरामिड राजाओं को दफनाने के लिए बनवाए जाते थे लेकिन आज तक किसी भी पिरामिड से ऐसी कोई चीज बरामद नहीं हुई जो की इस बात का पुख्ता सबूत हो।
- इन पिरामिड में बहुत बड़े और भारी पत्थर लगाए गए हैं जिनका आज तक पता नहीं चला की ये पत्थर कैसे उठाए गए होंगे क्योंकि उस वक्त तकनीकों और औजारों का अविष्कार नहीं हुआ था।
- हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि आज तक ये पिरामिड वैसे ही है जैसे बनाए गए थे। तो आखिर ये पिरामिड किन चीजों का उपयोग कर बनाए गए है जो कि अभी तक नष्ट नहीं हो पाए।
- माना जाता है कि इस पिरामिड को बनने में लगभग 10 से 20 वर्ष लगे होंगे।
- मिस्र के इन महान पिरामिड को इजराइल के पहाड़ों से भी देखा जा सकता है।
- माना जाता है कि ये पिरामिड चांद से भी दिखते हैं।
- आखिर पिरामिड में प्रकाश, जलवायु तथा ऊर्जा का प्रवाह संतुलित रूप में कैसे रहता है? जिसके चलते उनमें कोई भी वस्तु विकृत नहीं होती।