हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ गाजियाबाद केस ट्वीटर के लिए नुकसान दायक साबित हुआ है, आईटी नियमों के तहत ट्वीटर पर सख्त कार्यवाही की गई है। ट्वीटर को भारतीय एक्ट 79 के तहत मुली सुरक्षा को हटा दिया गया है यानि ट्वीटर भारत के लिए अब गैरकानूनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की श्रेणी में आ चुका है।
ट्वीटर पर उठाए गए इस बड़े कमद के पीछे नए दिशानिर्देशों का पालन न करना है, यह मुख्यधारा के बीच एकमात्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जिसने नए कानूनों का पालन नहीं किया है: सरकारी सूत्र
The implication of this development is that if there is any charge against Twitter for alleged unlawful content it would be treated as a publisher – not an intermediary – and be liable for punishment under any law, including IT Act, as also the penal laws of the country.
— ANI (@ANI) June 16, 2021
गाजियाबाद केस ने बढ़ाया विवाद
हाल ही में वायरल हुए गाजियाबाद केस को सोशल मीडिया पर कई सेलिब्रिटियों और पत्रकारों जैसे स्वारा भास्कर, राणा अय्यूब, स्थानीय सपा नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी व जुबैर द्वारा काफी शेयर किया गया। इन लोगों द्वारा शेयर की गई इस खबर में गाजियाबाद के मुस्लिम बुजुर्ग को प्रताडित करते दिखाया गया है। जिसमें बताया गया कि बुजुर्ग को जय श्री राम बोलने पर मजबूर किया गया। लेकिन यूपी पुलिस ने जब इस तथ्य की जांच की तो ये न्यूज फेक निकली जिसका संज्ञान यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया।
इस फेक वीडियो के तहत हुई कार्यवाही-
A 72-year-old man, Abdul Samad Saifi, was allegedly attacked by hindu terrorists in #india according to police statement hindus gang beats him brutally and they cut his beard just becouse he was muslim remember this is not a first time where Muslims are being targeted in #India pic.twitter.com/5POostmqdW
— Alvin Serreno (@Alvin_serrano6) June 15, 2021
गाजियाबाद पुलिस ने की तथ्य की जांच
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) June 15, 2021
फेक न्यूज शेयर करने और गलत खबरों को बढ़ावा देने के लिए यूपी पुलिस ने ट्वीटर सहित स्वारा भास्कर, राणा अय्यूब, स्थानीय सपा नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी व जुबैर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
फेक न्यूज फैलाना समाज में गडबड़ी और दंगों की वजह भी बन सकता है, इसलिए सोशल मीडिया पर कोई खबर शेयर करने से पहले इसकी जांच जरूर करें