भारतीय और चीन सेना के बीच काफी दिनों से एलएसी पर हिसंक महौल देखने को मिल रहा है। इसी के चलते भारतीय सेना ने सोमवार रात चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ एक हिंसक गतिरोध में कई हताहतों का सामना किया। इसी बीच सेना में शामिल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर इस हिंसक झड़प में शहीद हो गए।
मुठभेड़ पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शुरू हुई।
इस घटना के बारे मे कुछ महत्वपूर्ण बाते-
- सेना ने कहा कि यह घटना गैलवान घाटी में डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान आई थी। यह भी कहा कि दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी वर्तमान में स्थिति को ठीक करने के लिए बैठक कर रहे हैं।
- सभी मौतें फेंके गए पत्थरों से हुई हैं, मामले से परिचित लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया। सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।
- खबरों के अनुसार भारतीय सेना ने एक कर्नल सहित तीन लोगों को खो दिया। इस मामले से परिचित एक व्यक्ति ने कहा। दोनों पक्षों ने सोमवार को घातक हिंसा हुई,
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल की घटना के बाद पूर्वी लद्दाख में मौजूदा परिचालन स्थिति की समीक्षा की, साथ ही साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीन सेवा प्रमुखों के साथ। बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे।
- 1975 के बाद से PLA के साथ संघर्ष में भारत के लिए यह पहला हताहत है जब एक भारतीय गश्ती दल अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया था।
- समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत से एकपक्षीय कार्रवाई नहीं करने या परेशानी को भड़काने का आह्वान किया है।
- दोनों तरफ से हुई घटना में 11 लोग घायल और 5 लोगों के मरने की खबर है जिनमें 3 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर है।