इतना ही नहीं फसलों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बदले हुए मौसम के कारण किसानों को भी फसल उगाने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। साथ ही अब तो आए दिन सुनने को मिल रहा है कि किसानों की खड़ी फसल को तेज बारिश ने बर्बाद कर दिया।
अमेरिका में बारिश के कारण आपातकाल :
बताया जा रहा है कि ट्राॅपिकल स्टार्म (उष्णकटिबंधीय तूफान) इडा के कारण अमेरिका में इतनी बारिश हुई कि न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में आपातकाल लगाना पड़ गया है। बारिश के कारण आपातकाल शायद इस तरह की घटना पहले किसी ने भी नहीं सुनी होगी। बताया जा रहा है कि अमेरिका के 400 सालों के इतिहास में इससे ज्यादा बारिश कभी नहीं हुई।
तेज बारिश के कारण कई लोगों को असमय ही काल के गाल में जाना पड़ गया है। लेकिन कई लोगों के घर अब भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। लोगों की आजीविका पूरी तरह से नष्ट हो गई है।
लू के चलते बिहार में लगाई गई थी धारा 144 :
इसी साल जून के महीने में कनाडा में एक जगह पर तापमान पचास डिग्री रिकार्ड किया जा चुका है। इतना ही नहीं पड़ोसी मुल्क चीन में भी जुलाई के महीने में एक शहर में चौबीस घंटे में उतनी बारिश दर्ज हुई, जितनी वहां पूरे साल में बरसती है।
क्योंकि मौसम में हो रहे इन बदलावों से साफ जाहिर है कि दुनिया भर में मौसम अब हत्यारा बना चुका है। यही कारण है कि कुछ दशकों पहले तक जिसे मौसम मस्ताना या सुहाना मौसम जैसे उपनाम दिए जाते थे। अब उस मौसम को हत्यारा माना जा रहा है।