Top News

जेके अस्पताल का प्रशासनिक अधिकारी ही करता था रेमडिसिविर की कालाबाजारी 

सरकार रेमडिसिविर की कालाबाजारी को लेकर जो भी दावे करे लेकिन प्रदेश में इसकी कालाबाजारी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। ताजा मामला भोपाल के जेके अस्पताल का है। यहां का एडमिनिस्ट्रेशन हेड आकाश दुबे ही रेमडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करता था। पुलिस ने आकाश दुबे को मामले में मुख्य आरोपी बनाया है।

दरअसल इस मामले में कोलार पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे हुई पूछताछ के आधार पर आकाश का नाम सामने आया है। आकाश के जेके अस्पताल में बड़े पद पर पदस्थ होने के कारण इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार उसके पास इतनी बड़ी मात्रा में इंजेक्शन कहां से आते थे?

यह है मामला : 
दरअसल कोलार पुलिस को मिली खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 5 रेमडिसिविर इंजेक्शन बरामद किए हैं। पकड़े गए तीनों आरोपियों में एमपी नगर जोन 1 स्थित इंदौर सीट कवर का मालिक दिलप्रीत उर्फ नानू सलूजा (26) और उसका चचेरा भाई अंकित सलूजा (36) है। इसके अलावा मेडिकल स्टोर संचालक आकाश सक्सेना (25) है।


खुफिया सूत्रों के मुताबिक आकाश सक्सेना कुछ दिनों पहले क्राइम ब्रांच के हत्थे भी चढ़ा था, लेकिन पुलिस ने उसे क्यों छोड़ दिया? यह जांच का विषय है।

पकड़े गए आरोपियों की तीन बार हुई आकाश से डील : 
कोलार पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आराेपियों की तीन बार आकाश से डील हुई है। अंकित सलूजा ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने सबसे पहले 28 अप्रैल को आकाश से एक इंजेक्शन खरीदा था। इसके लिए उसने आकाश को 25 हजार रुपए का भुगतान किया।

दूसरी बार उसने 8 मई को आकाश से 5 इंजेक्शन खरीदे थे। इसके लिए उसने आकाश को प्रति इंजेक्शन 12 हजार रुपए के हिसाब से 60 हजार रुपए दिए। जबकि तीन दिन पहले आरोपियों ने आकाश से फिर 5 इंजेक्शन खरीदे, लेकिन इस बार आरोपियों ने प्रति इंजेक्शन 16 हजार रुपए के हिसाब से 80 हजार रुपए का भुगतान आकाश दुबे को किया।

ज्यादा इंजेक्शन खरीदने पर आधी हो जाती है कीमत :  
पूछताछ  में तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि एक इंजेक्शन हमेशा महंगा मिलता है, लेकिन क्वांटिटी में खरीदने पर इंजेक्शन का दाम आधा कर दिया जाता है। इसलिए पहली बार आरोपियों को इंजेक्शन 25 हजार रुपए का मिला।

लेकिन अगली बार 12 हजार रुपए के हिसाब से महंगा कर दिया गया। ब्लैक मार्केट में इंजेक्शन की कीमत ज्यादा होने के कारण तीसरी बार आकाश दुबे ने इसे 16 हजार रुपए के हिसाब से आरोपियों को बेचा।

रसूखदार है आकाश दुबे : 
जानकारी के अनुसार आकाश दुबे काफी रसूखदार है। उसके भोपाल में कई बड़े पत्रकारों से घनिष्ठ संबंध हैं और वो अक्सर फिल्म स्टार्स के साथ मिलने के लिए इन पत्रकारों के साथ देखा जाता रहा है। उसकी फेसबुक प्रोफाइल पर भी कई बड़े फिल्म स्टार्स के साथ सेल्फी और फोटो शेयर किए हुए हैं। वहीं आकाश के पिता भी रिटायर्ड पुलिस अफसर हैं।

यह भी पढ़ें : मीडियाकर्मियों और उनके परिवारों के कोरोना संक्रमित होने पर इलाज का खर्चा उठाएगी शिवराज सरकार

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp