ये तो हम सभी जानते हैं कि हमारें शरीर में कई प्रकार के डिसऑर्डर होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी Parkinson’s डिसऑर्डर के बारे में सुना है, नहीं न? तो चलिए जानते हैं कि क्या हैं Parkinson’s Brain Disorder ।
Parkinson Disease
- दरअसल, ये एक Parkinson’s Brain Disorder होता है, जिसमें लोगों के शरीर में अनचाहे मूवमेंट्स होने लगते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को चलने फिरने में परेशानी होती है और उनका बैलेंस बिगड़ने लगता है।
- जो लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं वह ठीक से किसी से बात भी नहीं कर पातें, Mentally और Physically कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से लोगों को दिमागी तौर पर कई समस्या जैसे मेमोरी लॉस और डिप्रेशन भी हो सकता है।
- इसी कारण इसकी जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 11 अप्रैल को ‘विश्व पार्किंसन दिवस’ (World Parkinson’s Day) मनाया जाता है। कई लोगों को लगता है कि यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों को हो सकती है, लेकिन इसका शिकार युवा भी हो सकते हैं।
Parkinson’s से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- अगर हम इस बीमारी को समझने की कोशिश करें तो हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक पार्किंसन सेंट्रल नर्वस सिस्टम की एक प्रोग्रेसिव डिजीज होती है। इससे ब्रेन के कुछ जगह की सेल्स डैमेज होना शुरू हो जातें हैं, जो डोपामाइन नामक हॉर्मोन बनाती हैं।
- आमतौर पर यह बीमारी 60 साल के उम्र के लोगों को प्रभावित करती है, लेकिन 5 से 10% मामलों में लोग 50 साल की उम्र से पहले इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। एक रिसर्च के अनुसार अमेरिका में करीब 4% लोग 50 साल की उम्र से पहले ही इसका शिकार हो जाते हैं।
- कभी कभी यह पार्किंसन डिजीज जेनेटिक होती है और इसके सटीक कारणों का पता नहीं चल पाता। पुरुषों को महिलाओं की अपेक्षा पार्किंसन डिजीज का खतरा ज्यादा होता है। यह जीन में बदलाव की वजह से हो सकता है।
Parkinson’s Disease के 5 लक्षण
- स्वाद न आना
- कॉन्स्टिपेशन
- मूड डिसऑर्डर
- बिहेवियर डिसऑर्डर
- ब्लड प्रेशर लो होना
Parkinson’s के संकेतों को न करें इग्नोर
- सोने में दिक्कत
- ब्लैडर में परेशानी
- यौन संबंध बनाने में परेशानी
- लार ज्यादा निकलना
- वजन में बदलाव
- विजन में परेशानी होना
- अत्यधिक थकान
- चीजों को याद रखने में परेशानी
Parkinson Disease Treatment
- ये सभी तरह की परेशानियां होना भी डिजीज के संकेत हो सकते हैं। हालांकि Parkinson’s Disease का कोई इलाज नहीं है, दवाइंया, सर्जिकल ट्रीटमेंट, और बाकी उपचार कुछ लक्षणों से छुटकारा दिला सकते हैं।
- अपने दिमाग और हेल्थ को स्वस्थ रखने के लिए, Workout में हेल्दी डाइट शामिल करें।
- इसके अलावा अगर आप रेस्ट की पोजीशन में बैठे हैं और फिर भी आपके शरीर में मूवमेंट हो रहा है या आप कभी कभी असतुलिंत हो जाते हैं या फिर खुद का बैलेंस बनाने में दिक्कत आ रही है।
- तो इन चीजों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। जितनी जल्दी आप डॉक्टर से मिलेंगे उतना लंबे समय तक आप पार्किंसन डिजीज को बढ़ने से रोक सकते हैं।